Sadhu Singh Dharamsot ED Action ने पंजाब की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज कर दी है। पंजाब के पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साधू सिंह धर्मसोत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब उन पर अपना शिकंजा और कस दिया है। विशेष अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की आधिकारिक मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब धर्मसोत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई एक नए और गंभीर चरण में प्रवेश कर गई है।
धारा 197 के तहत मिली मंजूरी
चूंकि साधू सिंह धर्मसोत एक लोक सेवक (Public Servant) रह चुके हैं, इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए धारा 197 के तहत विशेष मंजूरी की आवश्यकता थी। ईडी के वकील ने अदालत में इसके लिए अर्जी दाखिल की थी और तमाम सबूतों व दस्तावेजों को देखने के बाद कोर्ट ने यह अनुमति दे दी है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 2 दिसंबर को तय की गई है, जिस पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।
दो नए करीबियों का नाम शामिल
इस केस में एक और बड़ा मोड़ आया है। ईडी ने धर्मसोत के अलावा दो अन्य व्यक्तियों—महेंद्र पाल और सुखविंदर सिंह—को भी इस मामले में नामजद किया है। बताया जा रहा है कि ये दोनों पूर्व मंत्री के बेहद करीबी हैं और आशंका है कि बेहिसाब संपत्ति बनाने या निवेश करने में इनकी भी अहम भूमिका रही होगी। अदालत ने इन्हें भी नोटिस जारी कर तलब किया है।
आय से अधिक संपत्ति का गणित
जांच में सामने आया है कि 1 मार्च 2016 से 31 मार्च 2022 के बीच, यानी उनके मंत्री रहने के दौरान, उनकी आय और खर्च में जमीन-आसमान का अंतर था। ईडी के आंकड़ों के मुताबिक, इस अवधि में उनकी कुल आय करीब 2 करोड़ 37 लाख रुपये थी, जबकि खर्च 8 करोड़ 76 लाख रुपये पाया गया। यानी करीब 6 करोड़ 39 लाख रुपये का ऐसा खर्च जिसका कोई हिसाब नहीं मिला। इसी आधार पर ईडी ने कार्रवाई करते हुए उनकी और उनके बेटे की 4.58 करोड़ रुपये की संपत्ति पहले ही कुर्क कर ली है।
जानें पूरा मामला
साधू सिंह धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वन और समाज कल्याण मंत्री थे। उन पर वन विभाग में पेड़ों की कटाई और बिक्री में प्रति पेड़ कमीशन लेने और स्कॉलरशिप घोटाले जैसे गंभीर आरोप लगे थे। सबसे पहले 7 जून 2022 को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच शुरू की और जनवरी 2024 में उन्हें गिरफ्तार किया। विजिलेंस की एफआईआर को आधार बनाकर ही ईडी ने यह बड़ी कार्रवाई की है।
मुख्य बातें (Key Points)
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साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस चलाने की कोर्ट से मिली मंजूरी।
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मामले की अगली सुनवाई 2 दिसंबर को होगी।
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दो नए आरोपियों, महेंद्र पाल और सुखविंदर सिंह को भी मामले में जोड़ा गया।
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धर्मसोत की आय से 6.39 करोड़ रुपये अधिक खर्च का पता चला है।






