Chandigarh CTU 80 Old Buses Retired : चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (CTU) ने आज से ही अपनी 80 पुरानी नॉन-एसी डीजल बसों को पूरी तरह बंद कर दिया है, क्योंकि इनकी 15 साल की मियाद पूरी हो चुकी है। इन बसों को बंद करने के साथ ही, विभाग ने 120 आउटसोर्स ड्राइवरों को हटाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके विरोध में आज ड्राइवरों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़ में आज से ही सीटीयू की 80 पुरानी बसें सड़कों से हट गई हैं। ये सभी नॉन-एसी डीजल बसें थीं, जिनकी 15 साल की सेवा अवधि पूरी हो चुकी है। इन पुरानी बसों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
इलेक्ट्रिक बसें होंगी शामिल
इन बसों के स्थान पर, अब जल्द ही सीटीयू के बेड़े में नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जानी हैं। यह बदलाव शहर के परिवहन ढांचे में एक बड़ा कदम है।
120 ड्राइवरों पर संकट
इस बड़े बदलाव का सीधा असर कर्मचारियों पर पड़ा है। विभाग की ओर से 120 आउटसोर्स ड्राइवरों को हटाने की तैयारी की जा रही है। विभाग के इस फैसले से नाराज ड्राइवरों ने आज धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
अन्य रूटों की स्थिति
हालांकि, लॉन्ग रूट पर चलने वाली सीटीयू की एसी बसें अभी भी चल रही हैं। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में चलने वाली नॉन-एसी बसों को भी चंडीगढ़ शिफ्ट किया गया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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चंडीगढ़ CTU की 80 पुरानी नॉन-एसी डीजल बसें (15 साल पुरानी) आज से पूरी तरह बंद हो गईं।
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इन बसों की जगह जल्द ही CTU के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी।
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बसों के बंद होने से 120 आउटसोर्स ड्राइवरों को हटाने की तैयारी है।
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ड्राइवरों ने अपने निष्कासन की तैयारी के विरोध में आज धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।






