Bihar Election 2025 Congress Allegations Election Commission : बिहार चुनाव में एनडीए गठबंधन को मिली बड़ी जीत के बाद भी सियासी घमासान थमता नजर नहीं आ रहा है। विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी ने नतीजों पर गंभीर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग और भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि बिहार चुनाव में 3 लाख अतिरिक्त वोटरों के जरिए धांधली की गई है।
एनडीए की जीत के बाद से ही महागठबंधन और कांग्रेस की तरफ से लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि एकाएक 3 लाख वोटर्स बिहार चुनाव में कैसे बढ़ गए?
‘कांग्रेस का 3 लाख वोटों पर सवाल’
कांग्रेस ने अपने आरोपों के समर्थन में 6 अक्टूबर को हुई चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। कांग्रेस का कहना है कि 6 अक्टूबर को जब मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था, तब बिहार में वोटरों की कुल संख्या 7 करोड़ 42 लाख बताई गई थी।
पार्टी ने सवाल उठाया कि 11 नवंबर को, जब दूसरे चरण का मतदान हुआ, तब चुनाव आयोग की प्रेस रिलीज में यह आंकड़ा बढ़कर 7 करोड़ 45 लाख कैसे हो गया?
‘आखिर कहां से आए ये 3 लाख वोटर?’
कांग्रेस ने सीधे तौर पर पूछा है कि 7 करोड़ 42 लाख से बढ़कर 7 करोड़ 45 लाख होना, यानी इन 3 लाख अतिरिक्त वोटरों का आना, चुनाव में धांधली का संकेत है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इन्हीं 3 लाख वोटरों के जरिए बिहार चुनाव को प्रभावित किया गया है और इलेक्शन कमीशन को इस पर जवाब देना चाहिए।
‘अखिलेश यादव बोले- ‘वोट की डकैती”
इस मुद्दे पर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि बिहार में “वोट चोरी नहीं हुई है, वोट की डकैती हो गई है।”
‘महागठबंधन को लगा बड़ा झटका’
विपक्ष के इन आरोपों को चुनाव में मिली करारी हार से जोड़कर देखा जा रहा है। इस चुनाव में महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने 60 सीटों पर चुनाव लड़ा और महज 6 सीटें ही जीत पाई।
वहीं, आरजेडी 144 सीटों पर लड़कर सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गई। महागठबंधन की इसी करारी हार के बाद अब वोटों में गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं।
’69 लाख वोट काटने का भी आरोप’
कांग्रेस ने एसआईआर (वोटर लिस्ट रिवीजन) प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। पार्टी का कहना है कि रिवीजन के दौरान जो 69 लाख वोट काटे गए थे, वे महागठबंधन के वोटर थे।
हालांकि, कांग्रेस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस आधार पर इन 69 लाख वोटरों को अपना बता रहे हैं।
‘चुनाव आयोग के सूत्रों का जवाब’
हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि यह बढ़ोतरी सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है।
सूत्रों के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने से 10 दिन पहले तक कोई भी नागरिक वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वा सकता है। एसआईआर की प्रक्रिया के दौरान कई लोगों ने अपने नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया था। इन्हीं 3 लाख वोटरों के नाम लिस्ट में जोड़े गए, जिससे कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ से बढ़कर 7.45 करोड़ हो गई।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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कांग्रेस ने बिहार चुनाव में 3 लाख अतिरिक्त वोटरों के जरिए धांधली का आरोप लगाया।
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6 अक्टूबर को EC ने 7.42 करोड़ वोटर बताए, जो 11 नवंबर तक 7.45 करोड़ हो गए।
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अखिलेश यादव ने इसे “वोट की डकैती” करार दिया।
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चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, नामांकन से पहले नाम जुड़वाने की प्रक्रिया के तहत यह 3 लाख वोटर बढ़े हैं।






