Pakistan Army Politics : पाकिस्तान में इन दिनों सिविल-मिलिट्री लीडरशिप का ‘हनीमून पीरियड’ चल रहा है। शहबाज शरीफ की सरकार सेना प्रमुख आसिम मुनीर को वो सब कुछ सौंप रही है, जिसका सपना पिछले फौजी हुक्मरानों ने ही देखा होगा। मुनीर को फील्ड मार्शल का दर्जा देने के बाद अब संसद 27वें संविधान संशोधन के जरिए उन्हें ‘ताउम्र हुक्मरान’ बनाने जा रही है। लेकिन पाकिस्तान का खौफनाक इतिहास गवाह है कि यह ‘रोमांस’ ज्यादा दिन नहीं चलता।
मुनीर के लिए संविधान में हो रहे बदलाव
शहबाज सरकार 27वें संविधान संशोधन के जरिए सेना प्रमुख को देश का सबसे ताकतवर शख्स बनाने जा रही है। इसके तहत ‘चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज’ (CDF) का नया पद बनाया जा रहा है और ज्यूडिशियरी को भी दो हिस्सों में बांटा जा रहा है। ये सब कुछ आसिम मुनीर को खुश करने के लिए किया जा रहा है।
‘सेना ने हमेशा नचाई हैं कठपुतलियां’
पाकिस्तान की राजनीति पर नजर रखने वाले इसे कोई नई बात नहीं मानते। वरिष्ठ पत्रकार रऊफ क्लासरा की एक हालिया पोस्ट इस सच्चाई को उजागर करती है कि कैसे पाकिस्तानी राजनेता (जरदारी, नवाज या इमरान) हमेशा सैन्य नेतृत्व के मोहरे साबित हुए हैं।
2011 का ‘मेमोगेट स्कैंडल’ इसका बड़ा उदाहरण है। तब जनरल कयानी और पाशा ने जरदारी सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दे दिया था। उस वक्त इमरान खान और नवाज शरीफ, दोनों सेना के साथ मिलकर PPP सरकार को गिराने का खेल रच रहे थे।
जब नवाज को भी जाना पड़ा जेल
बाद में यही खेल नवाज शरीफ के साथ हुआ। 2016 के ‘डॉन लीक्स’ मामले में नवाज और जनरल राहिल शरीफ के बीच टकराव हुआ। सेना ने एक जांच रिपोर्ट को ट्वीट करके ‘रिजेक्टेड’ लिख दिया। नतीजा? जनरल, जज और पत्रकार एकजुट हुए और नवाज शरीफ को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया। यानी, नवाज ने जो जरदारी के साथ किया था, वही उनके साथ हुआ।
इमरान-बाजवा और अब शहबाज-मुनीर
इमरान खान ने भी जनरल बाजवा को एक्सटेंशन देकर सत्ता का खेल खेला था, लेकिन जब रिश्ते बिगड़े तो उन्हें भी बाहर कर दिया गया। आज शहबाज शरीफ वही कर रहे हैं। पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि नेता अपनी सत्ता बचाने के लिए जनरलों के मोहरे बनते हैं और जनरल बदले में एक्सटेंशन और संसाधन लेते हैं। जैसे ही नेता लाइन से भटकता है, उसके खिलाफ ‘स्कैंडलों की मिसाइलें’ फायर कर दी जाती हैं।
मुख्य बातें (Key Points):
- पाकिस्तान में 27वें संशोधन से सेना प्रमुख आसिम मुनीर को ‘सर्वशक्तिमान’ बनाया जा रहा है।
- शहबाज शरीफ वही कर रहे हैं, जो पहले जरदारी, नवाज और इमरान खान ने किया था।
- पत्रकार रऊफ क्लासरा ने ‘मेमोगेट’ और ‘डॉन लीक्स’ का हवाला देते हुए कहा कि सेना हमेशा कठपुतलियां नचाती है।
- पाकिस्तान का इतिहास है कि जब भी सिविल-मिलिट्री का ‘हनीमून’ खत्म होता है, नेता जेल जाता है या देश से बाहर निकाल दिया जाता है।






