Bihar Politics 2025 में बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले आरजेडी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल सहनी ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले यह कदम आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
अनिल सहनी, जो कभी आरजेडी के स्टार प्रचारक हुआ करते थे, ने बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल को इस्तीफा भेजा और कुछ घंटे बाद पटना में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ पूर्व विधायक आशा देवी भी भाजपा में शामिल हुईं। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
LTC घोटाले के बाद गई थी विधायकी
अनिल सहनी ने 2020 के चुनाव में कुढ़नी विधानसभा सीट से आरजेडी के टिकट पर भाजपा प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता को कड़ी टक्कर में हराया था। लेकिन दिल्ली की अदालत ने उन्हें LTC घोटाले में दो साल की सजा सुनाई, जिसके बाद उनकी विधायकी समाप्त कर दी गई। कोर्ट ने उन्हें अगले तीन साल तक चुनाव लड़ने से भी रोक दिया था। इस सीट पर 2022 में हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार केदार प्रसाद ने जीत हासिल की।
राजनीतिक सफर और विवाद
अनिल सहनी मूल रूप से नीतीश कुमार की जेडीयू से राजनीति में आए थे। उन्हें जेडीयू ने राज्यसभा भेजा था। सांसद रहते हुए ही उन पर हवाई टिकट की फर्जी बिक्री का आरोप लगा और CBI ने उनके खिलाफ एलटीसी घोटाले में मामला दर्ज किया था। इसके बाद उन्होंने जेडीयू छोड़कर आरजेडी का दामन थामा।
RJD नेतृत्व पर लगाए आरोप
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी छोड़ते समय अनिल सहनी ने आरजेडी नेतृत्व पर अति पिछड़े वर्गों के अपमान का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि सहनी अपने बेटे के लिए कुढ़नी सीट से टिकट चाहते थे, लेकिन लालू-तेजस्वी ने इस बार बबलू कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया। यही कारण रहा कि उन्होंने आरजेडी से अलग होकर भाजपा में जाने का फैसला किया।
बिहार में हर चुनाव से पहले पार्टी बदलने की राजनीति आम बात है, लेकिन आरजेडी के स्टार प्रचारक और लालू परिवार के करीबी रहे किसी नेता का भाजपा में जाना बड़ा राजनीतिक संदेश देता है। भाजपा जहां अति पिछड़ा वर्ग (EBC) को साधने की रणनीति पर काम कर रही है, वहीं अनिल सहनी जैसे नेता का शामिल होना उसे स्थानीय स्तर पर बढ़त दिला सकता है।
मुख्य बातें (Key Points):
-
पूर्व सांसद और RJD स्टार प्रचारक अनिल सहनी BJP में शामिल हुए।
-
LTC घोटाले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी विधायकी समाप्त हुई थी।
-
उन्होंने RJD नेतृत्व पर अति पिछड़ों के अपमान का आरोप लगाया।
-
भाजपा ने उन्हें बिहार चुनाव से पहले पार्टी में शामिल कर बड़ा दांव चला।






