Sonam Wangchuk Arrest News: लद्दाख के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर देशभर में विवाद गहराता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी को अदालत में चुनौती दी जा सकती है, लेकिन इसमें एक गंभीर पेच फंसा हुआ है।
दरअसल, वांगचुक को National Security Act (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया है, लेकिन उनके परिवार को अब तक आदेश की आधिकारिक प्रति नहीं दी गई है। भूषण के मुताबिक, पांच दिनों के भीतर यह आदेश मिलना चाहिए था, लेकिन समय बीत जाने के बावजूद परिवार को कोई कॉपी नहीं मिली।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा गया?
प्रशांत भूषण ने राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वांगचुक की गिरफ्तारी ने लद्दाख के लोगों की भावनाओं को गहराई से आहत किया है।
उन्होंने बताया कि Leh Apex Body और Kargil Democratic Alliance ने साफ ऐलान कर दिया है कि जब तक वांगचुक रिहा नहीं होते, वे केंद्र सरकार के साथ किसी भी बातचीत का हिस्सा नहीं बनेंगे।
योगेंद्र यादव ने सोनम वांगचुक को “लद्दाख का गांधी” बताते हुए कहा कि उनकी गिरफ्तारी लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार वैसा ही कर रही है जैसा अंग्रेज भारत में किया करते थे, और यह रवैया सीमावर्ती क्षेत्रों में देश को कमजोर कर रहा है।
परिवार और समर्थकों की चिंता
वांगचुक की पत्नी गीतांजलि आंगमो ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद से उनका अपने पति से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। न ही उन्हें हिरासत आदेश की कॉपी दी गई है।
उधर, देशभर से कई नागरिक संगठन और जनांदोलन वांगचुक के समर्थन में खड़े हो गए हैं। यादव ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वे लद्दाख जाकर एकजुटता जताएंगे।
पाकिस्तान से जोड़ने पर क्या बोले भूषण?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में वांगचुक पर पाकिस्तान से जुड़ाव के आरोप लगे थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि वह एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने पाकिस्तान गए थे, जहां उन्होंने जो भी कहा, सब रिकॉर्ड में मौजूद है।
भूषण ने यह भी स्पष्ट किया कि वांगचुक ने वहां मोदी सरकार की भी सराहना की थी। इसलिए उनके खिलाफ उठाया गया यह कदम “दुर्भावनापूर्ण और अनुचित” है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से किसी को भी फायदा नहीं होगा, बल्कि यह केवल असंतोष और अविश्वास को बढ़ाएगा।
Sonam Wangchuk लद्दाख के एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय लोगों के अधिकारों की आवाज़ को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया है। वे शिक्षा सुधार के लिए भी प्रसिद्ध हैं और 3 Idiots फिल्म का किरदार फुनसुख वांगडू उन्हीं से प्रेरित था।
लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद से वहां के लोग राजनीतिक प्रतिनिधित्व और भूमि अधिकारों की मांग को लेकर लगातार आंदोलनों में हैं। इस पृष्ठभूमि में वांगचुक की गिरफ्तारी ने आक्रोश को और भड़का दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
-
Sonam Wangchuk Arrest को कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है, लेकिन आदेश की प्रति न मिलने से मामला अटका।
-
Prashant Bhushan और Yogendra Yadav ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गिरफ्तारी को लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया।
-
Leh Apex Body और Kargil Democratic Alliance ने साफ कहा – वांगचुक की रिहाई तक केंद्र से बातचीत नहीं होगी।
-
भूषण ने पाकिस्तान संबंधी आरोपों को खारिज किया और गिरफ्तारी को malicious और unjustified करार दिया।






