Dehradun Floods: उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून (Dehradun) में सोमवार देर रात से हो रही आफत की बारिश ने तबाही मचा दी है। मशहूर पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा (Sahastradhara) के पास कारलीगाढ़ (Karligad) में बादल फटने (Cloudburst) से भीषण सैलाब आ गया, जिसमें कई होटल बह गए। इस आपदा में अब तक अलग-अलग जगहों से 7 लोगों के लापता होने की खबर है। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिले के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित कर दी गई है और तीन प्रमुख हाईवे यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं।
आधी रात को सैलाब ने मचाया हाहाकार : सोमवार रात से जारी मूसलाधार बारिश ने मंगलवार तड़के रौद्र रूप ले लिया, जब सहस्त्रधारा (Sahastradhara) में आधी रात को बादल फट गया। इसके तुरंत बाद नदियों में आए उफान और सैलाब ने इलाके में अफरातफरी मचा दी। पानी का बहाव इतना तेज था कि कई होटल और दुकानें उसकी चपेट में आ गईं। डोईवाला (Doiwala) क्षेत्र में भी भारी बारिश के चलते जाखन नदी (Jakhan River) उफान पर आ गई, जिसके कारण लाल तप्पड़ (Lal Tappar) में देहरादून-हरिद्वार हाईवे (Dehradun-Haridwar Highway) का पुल बाढ़ में डूब गया।
नदियों का रौद्र रूप, कई लोग बहे : बारिश के कारण टपकेश्वर महादेव मंदिर (Tapkeshwar Mahadev Temple) से निकलने वाली तमसा नदी (Tamsa River) और चंद्रभागा नदी (Chandrabhaga River) भी विकराल रूप ले चुकी हैं। तमसा नदी के तेज बहाव में 4 से 5 लोगों के बहने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है। वहीं, चंद्रभागा नदी में फंसे तीन लोगों को बचाने के लिए SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। निचले इलाकों में सड़कें तालाब बन गई हैं और जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
मामले की पृष्ठभूमि: मानसून में उत्तराखंड की संवेदनशीलता : उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति और हिमालयी क्षेत्र में होने के कारण यह राज्य मानसून के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहद संवेदनशील रहा है। हर साल यहां बादल फटने, भूस्खलन और आकस्मिक बाढ़ जैसी घटनाएं होती हैं, जो भारी जान-माल का नुकसान करती हैं। देहरादून में हुई यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि कैसे कुछ घंटों की अत्यधिक बारिश भी पहाड़ी इलाकों में एक बड़ी आपदा का रूप ले सकती है, जिससे निपटने के लिए प्रशासन को हमेशा अलर्ट पर रहना पड़ता है।
प्रशासन का एक्शन और रेस्क्यू ऑपरेशन : घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और डीएम सविन बंसल (DM Savin Bansal) मौके पर पहुंच गए। SDRF, NDRF और पुलिस की टीमें जेसीबी मशीनों की मदद से तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गईं। प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। यातायात को पूरी तरह रोक दिया गया है, क्योंकि देहरादून को हिमाचल से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 72 (National Highway 72) और देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
CM से लेकर PM तक रख रहे नजर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) खुद प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं और लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावितों को भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं तत्काल मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी सीएम धामी से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।






