Air India Plane Crash : एयर इंडिया (Air India) के विमान के अहमदाबाद (Ahmedabad) से लंदन (London) के लिए उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद हुए क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस भयावह दुर्घटना के बीच एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश ने उस खौफनाक पल की पूरी कहानी साझा की है। विश्वास, जो भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं, अपने भाई अजय के साथ भारत से लंदन लौट रहे थे।
क्रैश की चश्मदीद गवाही देते हुए विश्वास ने बताया कि टेकऑफ के एक मिनट के अंदर ही विमान में कुछ असामान्य हुआ। पहले 5-10 सेकेंड के लिए ऐसा लगा मानो विमान अटक गया हो। अचानक लाइट्स ऑन हो गईं, हरी और सफेद रोशनी दिखाई दी और फ्लाइट तेज रफ्तार से हॉस्टल की इमारत में जा घुसी। उन्होंने कहा कि हादसा इतनी तेजी से हुआ कि कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला।
एक मीडिया बातचीत में विश्वास ने बताया कि टक्कर से पहले तेज धमाका हुआ था और उनके सामने ही सब कुछ नष्ट हो गया। उनके मुताबिक जिस साइड वह बैठे थे, वह हिस्सा हॉस्टल की इमारत पर नहीं बल्कि जमीन पर गिरा, जिससे उनके बाहर निकलने की संभावना बची। जैसे ही दरवाजा टूटा, उन्होंने देखा कि बाहर निकलने के लिए थोड़ी जगह है और उन्होंने फौरन ट्राई किया, जिससे वह सफलतापूर्वक बाहर निकल पाए।
उन्होंने आगे कहा कि दूसरी ओर की दीवार पूरी तरह बंद थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल पाया होगा। हादसे के बाद का मंजर बताते हुए विश्वास ने कहा कि वहां चारों ओर शव बिखरे पड़े थे – एयर होस्टेस, अंकल, आंटी सभी मारे गए थे। विश्वास ने कहा, “पहले तो लगा मैं भी मर गया हूं, लेकिन जब आंख खुली तो समझ आया कि मैं जिंदा हूं। मैं तेजी से बाहर भागा, लेकिन आग की लपटों में एक हाथ झुलस गया।”
विश्वास की बहादुरी और किस्मत ने उन्हें इस भयानक हादसे से बचा लिया, जबकि विमान में सवार 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स सहित क्रैश साइट पर मौजूद कई लोग जान गंवा बैठे। यह हादसा न केवल तकनीकी जांच का विषय बना है बल्कि विमान सुरक्षा को लेकर भी गहरे सवाल खड़े कर रहा है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट ब्लैकबॉक्स और अन्य तकनीकी जांचों के बाद सामने आएगी।






