Vande Bharat Kashmir Launch – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के कटरा (Katra) से श्रीनगर (Srinagar) के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) को हरी झंडी दिखाई। इस ट्रेन के संचालन से पहली बार कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) सीधे शेष भारत से रेल मार्ग द्वारा जुड़ गई है। वंदे भारत के शुभारंभ से पहले प्रधानमंत्री ने चिनाब नदी (Chenab River) पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल का दौरा किया और वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
यह नई वंदे भारत ट्रेन उधमपुर (Udhampur), श्रीनगर (Srinagar) और बारामूला (Baramulla) को जोड़ने वाली रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah), उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) भी उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान उमर अब्दुल्ला ने मंच से भावुक टिप्पणी करते हुए कहा, “मेरा तो डिमोशन हो गया है।” उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में जम्मू-कश्मीर के जितने भी बड़े रेल प्रोजेक्ट शुरू हुए, उनमें वह हमेशा प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले अनंतनाग रेलवे स्टेशन (Anantnag Railway Station) के उद्घाटन में वे मौजूद थे, फिर बनिहाल टनल (Banihal Tunnel) और 2014 में कटरा रेलवे स्टेशन (Katra Railway Station) के उद्घाटन में भी वे मंच पर थे।
उमर अब्दुल्ला ने मंच पर बैठने वाले अन्य नेताओं की पदोन्नति की तुलना करते हुए कहा, “तब मनोज सिन्हा रेल राज्य मंत्री थे, अब वह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल हैं, जबकि मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री था और अब केंद्र शासित प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं।” इस बयान के ज़रिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर को दोबारा पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग इशारों-इशारों में रख दी।
उन्होंने आगे कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है और जम्मू-कश्मीर के विकास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की सक्रियता की सराहना करते हुए कहा कि कश्मीर में विकास कार्य तभी संभव हो पाए क्योंकि प्रधानमंत्री स्वयं इसकी निगरानी करते रहे हैं।
अपने संबोधन में उमर अब्दुल्ला ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को भी याद किया और कहा कि कश्मीर के लिए रेल परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की योजना के रूप में पहचान देने का श्रेय वाजपेयी जी को जाता है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी को याद करना इस अवसर पर अनिवार्य है, वरना यह अन्याय होगा।






