Pakistan Security Meeting: पाकिस्तान में हाल ही में हुए जाफर एक्सप्रेस (Jaffer Express) हाईजैक कांड और लगातार बढ़ रहे आतंकवादी हमलों के बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने सुरक्षा को लेकर बड़ी बैठक बुलाई है। यह बैठक मंगलवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (National Assembly of Pakistan) में बंद दरवाजे के भीतर होगी, जिसमें सैन्य अधिकारियों और शीर्ष मंत्रियों को सुरक्षा हालात की जानकारी दी जाएगी।
बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी हमलों के बाद बड़ा फैसला संभव
हाल ही में बलूचिस्तान (Balochistan) और खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) में आतंकी हमलों में भारी वृद्धि देखी गई है। इसी कारण पाकिस्तानी सेना (Pak Army) और सरकार बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की योजना बना रही है। पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ (Dawn) के मुताबिक, प्रधानमंत्री शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (General Asim Munir) भी इस अहम बैठक में शामिल होंगे।
नेशनल असेंबली में सुरक्षा बैठक, क्या हो सकता है बड़ा ऐलान?
नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक (Ayaz Sadiq) ने इस बैठक का आयोजन प्रधानमंत्री शरीफ के कहने पर किया है। इसमें रक्षा और विदेश मामलों की स्थायी समितियों के सदस्य, संघीय कैबिनेट के सदस्य, सभी प्रांतों के मुख्यमंत्री और प्रमुख संसदीय दलों के नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी संसद को मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर विस्तृत जानकारी देंगे।
जाफर एक्सप्रेस पर आतंकियों का हमला, 33 दहशतगर्द मारे गए
11 मार्च को बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस ट्रेन में 440 यात्री सवार थे और यह हमला गुडलार (Goodlar) और पीरू कुनरी (Peeru Kunri) के पहाड़ी इलाकों में हुआ। पाकिस्तानी सेना ने अगले दिन यानी 12 मार्च को जवाबी कार्रवाई करते हुए 33 आतंकवादियों को मार गिराया। लेकिन इससे पहले 21 यात्रियों और चार अर्धसैनिक जवानों की हत्या कर दी गई थी।
खैबर पख्तूनख्वा में लगातार हमले, सुरक्षा बलों की बढ़ी चिंता
रविवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पांच अलग-अलग आतंकवादी हमलों में तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) की सीमा से सटे इलाकों में आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं और पाकिस्तान अब इस पर कड़ी कार्रवाई की योजना बना रहा है।
आतंकवाद पर पाकिस्तान की कड़ी कार्रवाई या दिखावटी प्लान?
हाल के वर्षों में पाकिस्तान में तालिबान (Taliban), टीटीपी (Tehreek-e-Taliban Pakistan), और BLA जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियां तेज हुई हैं। पाकिस्तानी सेना और सरकार अक्सर बड़े ऑपरेशन की बात करती है, लेकिन आतंकवाद पर पूरी तरह काबू पाने में नाकाम रही है। अब देखना होगा कि इस बार पाकिस्तान सरकार आतंकवाद के खिलाफ कितना सख्त ऐक्शन लेती है या फिर यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जाएगी।