• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home Breaking News

ड्राई आई सिंड्रोम का इलाज संभव! एम्स (AIIMS) में स्टेम सेल थेरेपी से 15 मिनट में लौटेगी रोशनी

Dry Eye Syndrome Treatment: एम्स (AIIMS) में हुआ सफल क्लिनिकल ट्रायल, स्टेम सेल से होगी सूखी आंखों की समस्या का समाधान

The News Air by The News Air
शनिवार, 8 मार्च 2025
A A
0
AIIMS
104
SHARES
691
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Dry Eye Syndrome Treatment:  ड्राई आई सिंड्रोम (Dry Eye Syndrome) यानी सूखी आंखों की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों ने स्टेम सेल थेरेपी से इसका इलाज संभव कर दिखाया है। इस नई तकनीक से मरीजों की आंखों की रोशनी महज 15 मिनट में वापस आ सकती है। एम्स के डॉक्टरों के मुताबिक, यह भारत में पहली बार हो रहा है और इसके नतीजे काफी प्रभावी साबित हो रहे हैं।

कैसे होता है इलाज?

एम्स (AIIMS) के आरपी सेंटर में रेटिना विशेषज्ञ डॉ. राजपाल के अनुसार, ड्राई आई सिंड्रोम का अब तक कोई स्थायी इलाज नहीं था, लेकिन पहली बार भारत में स्टेम सेल इंजेक्ट किया गया है। इस प्रक्रिया में स्टेम सेल को सब-रेटिनल इंजेक्शन के जरिए डिफिशिएंसी वाले क्षेत्र में डाला जाता है, जिससे नई कोशिकाएं विकसित होती हैं। यह पूरी प्रक्रिया सिर्फ 15 से 20 मिनट में पूरी हो जाती है, और 2-3 महीनों में मरीज की रोशनी में सुधार देखने को मिलता है।

अब तक दो मरीजों पर हुआ सफल परीक्षण

डॉ. राजपाल ने बताया कि अब तक दो मरीजों पर यह प्रयोग सफल रहा है। एम्स (AIIMS) इस थेरेपी पर क्लिनिकल ट्रायल कर रहा है, जबकि एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट (LV Prasad Eye Institute) और गणपत नेत्रालय (Ganpat Netralaya) में भी इस तकनीक पर परीक्षण जारी है। हालांकि, अन्य संस्थानों में ट्रायल पूरा होने में अभी 1-2 साल का वक्त लग सकता है।

बेंगलुरु से आ रहा स्टेम सेल

एम्स (AIIMS) दिल्ली इस पूरी प्रक्रिया के लिए बेंगलुरु से स्टेम सेल मंगवा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि यह तकनीक पूरी तरह भारतीय रिसर्च पर आधारित है, जो इसे अधिक भरोसेमंद और कारगर बनाती है।

बायो सिंथेटिक कॉर्निया से बदलेगा इलाज का तरीका

एम्स (AIIMS) में कॉर्निया से जुड़ी बीमारियों के लिए भी एक नई तकनीक विकसित की जा रही है। एम्स की वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नम्रता शर्मा के अनुसार, अब तक 70 मरीजों पर बायो सिंथेटिक कॉर्निया (Bio-Synthetic Cornea) का प्रयोग किया जा चुका है। यह कॉर्निया कोलैजिन से बना है और स्वीडिश रिसर्च लैब के सहयोग से तैयार किया गया है।

यह भी पढे़ं 👇

IndiGo Crisis

IndiGo Crisis जानबूझकर किया गया? ₹1 लाख करोड़ का सबसे बड़ा खेल, Shocking Reality!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
CM Mann

CM मान का जापान रोड शो!ओसाका में जापानी कंपनियों ने दिखाई BIG INTEREST, निवेश का रास्ता खुला!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Dharmendra 90th Birthday

Dharmendra 90th Birthday: फैंस के लिए खोले जाएंगे फार्म हाउस के गेट

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Mandhana-Palash Wedding Rumors

Mandhana-Palash Wedding Rumors: पलाश की बहन Palak Muchhal ने तोड़ी चुप्पी, बताया क्या है सच!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
सिंथेटिक कॉर्निया कैसे करता है काम?

डॉ. नम्रता शर्मा ने बताया कि सिंथेटिक कॉर्निया कैरटोकॉनस (Keratoconus) जैसी स्थितियों में इम्प्लांट किया गया है, जहां कॉर्निया पतला हो जाता है और उसकी सतह बदल जाती है। यह तकनीक कॉर्नियल थिकनेस को बढ़ाती है और मरीज की नजर को पहले से बेहतर बनाती है।

भविष्य में कंप्लीट कॉर्निया बनाने की तैयारी

फिलहाल रिसर्च सिर्फ पार्शियल कॉर्निया पर केंद्रित है, लेकिन अब वैज्ञानिक कंप्लीट कॉर्निया बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। कॉर्निया में कुल 6 लेयर होती हैं, जिनमें से अब तक 4 को तैयार किया जा चुका है। एंडोथीलियल सेल (Endothelial Cell) बनाने की प्रक्रिया अभी जारी है, जो कॉर्निया की पारदर्शिता को नियंत्रित करते हैं।

ड्राई आई सिंड्रोम किसे ज्यादा प्रभावित करता है?

ड्राई आई सिंड्रोम किसी को भी हो सकता है, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ यह अधिक आम हो जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह बीमारी एक तिहाई वृद्ध लोगों को प्रभावित करती है। युवा आबादी में भी यह समस्या देखी जाती है, लेकिन महिलाओं में इसका खतरा पुरुषों की तुलना में अधिक होता है।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

IndiGo Crisis

IndiGo Crisis जानबूझकर किया गया? ₹1 लाख करोड़ का सबसे बड़ा खेल, Shocking Reality!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
CM Mann

CM मान का जापान रोड शो!ओसाका में जापानी कंपनियों ने दिखाई BIG INTEREST, निवेश का रास्ता खुला!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Dharmendra 90th Birthday

Dharmendra 90th Birthday: फैंस के लिए खोले जाएंगे फार्म हाउस के गेट

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Mandhana-Palash Wedding Rumors

Mandhana-Palash Wedding Rumors: पलाश की बहन Palak Muchhal ने तोड़ी चुप्पी, बताया क्या है सच!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
IndiGo Crisis Explainer

IndiGo Crisis Explainer : सरकार क्यों झुकी IndiGo के सामने? कमेटी के नाम पर धोखा! लूटे गए हजारों यात्री!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Muslim Burial Rights Japan

Japan में मुस्लिमों को दफ़नाने पर रोक! Mizuhou Umemura का सबसे बड़ा बयान, Big Controversy!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • वेब स्टोरीज

© 2025 THE NEWS AIR