महाकुंभ 2025 में प्रयागराज में महाशिवरात्रि से पहले ही भीषण ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। शनिवार को हाईवे से लेकर शहर तक वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं। हालात इतने खराब हो गए कि श्रद्धालु ही नहीं, स्थानीय निवासी भी जाम में फंसे रहे। यहां तक कि एंबुलेंस तक को रास्ता नहीं मिल पाया।
योगी सरकार ने ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। छह वरिष्ठ IPS अफसरों को विभिन्न मार्गों पर यातायात सुचारू रखने के लिए नियुक्त किया गया है। इनमें एक ADG (Additional Director General) और पांच IG (Inspector General) स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
प्रयागराज के मुख्य मार्गों पर अफसरों की खास जिम्मेदारी
प्रयागराज में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए जिन अफसरों को तैनात किया गया है, उनके नाम और जिम्मेदारियां इस प्रकार हैं:
- ADG PAC सुजीत पांडे को प्रमुख मार्गों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
- IPS चंद्रप्रकाश (2004 बैच) को प्रयागराज-वाराणसी मार्ग की व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है।
- IG प्रीतिंदर सिंह को प्रयागराज-रीवा राजमार्ग पर यातायात सुचारू रखने की जिम्मेदारी दी गई है।
- IG राजेश मोदक (2003 बैच) को शहर के भीतर यातायात नियंत्रण का काम सौंपा गया है।
- IG मंजिल सैनी (2005 बैच) को लखनऊ-अयोध्या-प्रतापगढ़ मार्ग पर यातायात व्यवस्था की कमान सौंपी गई है।
जाम की गंभीर स्थिति, पैदल चलना भी हुआ मुश्किल
शनिवार को जाम की स्थिति इतनी गंभीर थी कि मुख्य चौराहों और पुलों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। प्रमुख जाम प्रभावित क्षेत्र थे:
- अलोपीबाग चुंगी
- शास्त्री ब्रिज
- नैनी नया पुल
- प्रयागराज जंक्शन
- झूंसी रेलवे स्टेशन मार्ग
यहाँ तक कि बांगड़ धर्मशाला के पास एक एंबुलेंस भी घंटों तक जाम में फंसी रही, जिससे गंभीर मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
महाकुंभ से कारोबार पर असर, किसानों को भारी नुकसान
महाकुंभ 2025 में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक जाम का असर कारोबार पर भी साफ दिखाई दे रहा है।
- फल और सब्जियों की आपूर्ति बाधित हो रही है, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
- फूलपुर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक उमेश पटेल के मुताबिक, कई गांवों की सब्जियां विदेशों तक नहीं भेजी जा सकीं।
- ईंट भट्ठा संचालक भी नुकसान झेल रहे हैं क्योंकि कोयले की आपूर्ति नहीं हो पाने से उत्पादन रुक गया है।
- किराना व्यापारियों के गोदाम खाली हो गए हैं और होली से पहले बाजार में माल की भारी कमी देखी जा रही है।
क्या है आगे की रणनीति?
महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को भारी भीड़ की आशंका को देखते हुए अधिकारियों को पहले ही तैनात कर दिया गया है। प्रशासन का दावा है कि जाम की स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा। इसके लिए नए ट्रैफिक प्लान और अस्थायी मार्गों की योजना बनाई जा रही है ताकि श्रद्धालु और स्थानीय लोग परेशानी से बच सकें।






