नई दिल्ली, 22 जनवरी (The News Air): मिडिल क्लास (Middle Class) को लेकर राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मिडिल क्लास को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मिडिल क्लास आज नोट बैंक और वोट बैंक दोनों में फंसा हुआ है। इस वर्ग के लिए नीतियां तो बनाई जाती हैं, लेकिन उन्हें जमीन पर लागू नहीं किया जाता।”
देश का असली सुपर पावर हमारा मिडिल क्लास है। इतिहास में पहली बार एक पार्टी मिडिल क्लास के लिए मैनिफ़ेस्टो जारी कर रही है। https://t.co/p4miJifgon
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 22, 2025
केजरीवाल ने यह बयान नई दिल्ली (New Delhi) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया, जहां उन्होंने मिडिल क्लास के लिए एक विशेष घोषणा पत्र जारी किया। उन्होंने कहा कि यह घोषणा पत्र इस वर्ग की आर्थिक परेशानियों और जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
घोषणा पत्र में क्या है खास? : अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास के लिए कई बड़े वादे किए। इनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
- जीएसटी (GST) में राहत: छोटे व्यापारियों और मिडिल क्लास प्रोफेशनल्स को टैक्स में छूट देने की योजना।
- शिक्षा और स्वास्थ्य: सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में मिडिल क्लास के लिए अलग योजनाएं।
- महंगाई पर कंट्रोल: पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की कीमतों में कटौती का वादा।
- होम लोन में सब्सिडी: घर खरीदने वाले मिडिल क्लास परिवारों के लिए आसान लोन योजनाएं।
केजरीवाल ने कहा, “यह घोषणा पत्र सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि मिडिल क्लास के जीवन में बदलाव लाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
केजरीवाल का बड़ा आरोप : अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ये पार्टियां मिडिल क्लास को केवल चुनावी वोट बैंक के तौर पर देखती हैं। उन्होंने कहा, “मिडिल क्लास को सिर्फ टैक्स देने वाला ‘नोट बैंक’ बना दिया गया है। लेकिन जब इस वर्ग को राहत देने की बात आती है, तो कोई कदम नहीं उठाया जाता।”
मिडिल क्लास का दर्द: मिडिल क्लास के एक प्रतिनिधि समूह ने इस घोषणा पत्र को “सही दिशा में एक कदम” बताया। रोहिणी (Rohini) के एक निवासी और छोटे व्यापारी रवि अग्रवाल ने कहा, “मिडिल क्लास हमेशा दो पाटों में पिसता है। अगर केजरीवाल जी की योजनाएं सच में लागू होती हैं, तो यह हमारे लिए बहुत मददगार होगा।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया : केजरीवाल के बयान पर विपक्षी पार्टियों ने प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कहा, “केजरीवाल जी केवल चुनावों के समय मिडिल क्लास को याद करते हैं। लेकिन उनके वादे सिर्फ भाषण तक ही सीमित रहते हैं।” वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने इसे “चुनावी स्टंट” करार दिया।
क्या मिडिल क्लास करेगा ‘आप’ पर भरोसा? : राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मिडिल क्लास को लुभाने के लिए सभी पार्टियां कोशिश करती हैं, लेकिन यह वर्ग हमेशा असमंजस में रहता है। मिडिल क्लास पर ध्यान केंद्रित कर ‘आप’ ने एक नई बहस छेड़ दी है।
अरविंद केजरीवाल का यह कदम मिडिल क्लास के लिए एक नई उम्मीद जरूर जगाता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ चुनावी वादा बनकर रह जाएगा, या मिडिल क्लास को सच में राहत मिलेगी? यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा।