नई दिल्ली (New Delhi), 21 जनवरी (The News Air): क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट में एक बड़ी हलचल देखने को मिली है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दूसरी बार कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले भाषण में क्रिप्टोकरेंसी का कोई जिक्र नहीं किया। इससे बिटकॉइन (Bitcoin) और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
Bitcoin और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट : सोमवार को ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले बिटकॉइन ने 1,09,200 डॉलर का नया हाई लेवल छुआ था। लेकिन भाषण के बाद इसके दाम लगभग 5.60 प्रतिशत गिरकर 1,02,400 डॉलर पर आ गए।
- Ether: दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) में 3.60% की गिरावट आई और इसका प्राइस 3,264 डॉलर पर पहुंच गया।
- अन्य क्रिप्टोकरेंसीज: सोलाना (Solana), पोलकाडॉट (Polkadot), रिपल (Ripple), चेनलिंक (Chainlink), और ट्रॉन (Tron) जैसी क्रिप्टोकरेंसी में भी गिरावट देखी गई।
मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) में एक दिन में 1% से अधिक की गिरावट आई और यह लगभग 3.50 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
Trump के भाषण से क्यों प्रभावित हुआ क्रिप्टो मार्केट? : मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप (Trump) के भाषण में क्रिप्टोकरेंसीज का जिक्र न होना मुख्य कारण है।
- चुनावी वादे: ट्रंप ने अपने प्रचार के दौरान बिटकॉइन रिजर्व बनाने की बात कही थी, जिसने क्रिप्टो मार्केट में पॉजिटिव सेंटिमेंट बनाया था।
- भरोसे की कमी: भाषण में क्रिप्टो का जिक्र न होने से इनवेस्टर्स को निराशा हुई और मार्केट में गिरावट आई।
- MicroStrategy का प्रभाव: बिटकॉइन की सबसे बड़ी होल्डिंग रखने वाली कंपनी MicroStrategy के कदमों पर अब सबकी नजर है।
MicroStrategy और Bitcoin : MicroStrategy ने हाल ही में लगभग 2,530 बिटकॉइन करीब 24.3 करोड़ डॉलर में खरीदे हैं।
- कंपनी के पास अब कुल 4,50,000 बिटकॉइन हैं।
- को-फाउंडर माइकल सैलर (Michael Saylor) ने संकेत दिया है कि कंपनी आगे भी खरीदारी जारी रखेगी।
- नया प्लान: माइक्रोस्ट्रैटेजी अपने A क्लास स्टॉक्स को 10 अरब शेयर्स तक बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसे 21 जनवरी को वोटिंग के लिए पेश किया जाएगा।
क्या हो सकता है आगे? : क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि यह इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (Institutional Investors) के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
- बिटकॉइन की स्थिरता: बिटकॉइन के पिछले कुछ वर्षों के प्रदर्शन को देखते हुए यह अब भी सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी मानी जाती है।
- अमेरिकी नीतियों का प्रभाव: ट्रंप प्रशासन की नीतियों से क्रिप्टो सेक्टर को क्या फायदा होगा, यह अभी साफ नहीं है।
Donald Trump के पहले भाषण में क्रिप्टोकरेंसी पर कोई बात न होने से इनवेस्टर्स में अनिश्चितता बढ़ी है। बिटकॉइन समेत कई प्रमुख क्रिप्टोकरेंसीज में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, लंबे समय के इनवेस्टर्स इसे खरीदारी का मौका मान सकते हैं।
क्या ट्रंप प्रशासन क्रिप्टो मार्केट के लिए नई उम्मीदें लेकर आएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।