नई दिल्ली, 18 जनवरी (The News Air) आम आदमी पार्टी पर बनी फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग को रूकवाने पर पार्टी ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी पर बनी फिल्म से भाजपा इतनी डर गई है कि उसने पुलिस भेज कर फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग को रूकवा दिया। आखिर इस फ़िल्म में ऐसा क्या है, जिससे भाजपा डरी हुई है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म आम आदमी पार्टी के नेताओं को गलत तरीके से जेल भेजने के पीछे के रहस्यों और भाजपा के असंवैधानिक व गैर कानूनी कामों को उजागर करती है। इस फ़िल्म का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद इसे दिखाने से रोकना गुंडागर्दी और तानाशाही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी फिल्म को देश भर के सिनेमा घरों में दिखाने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति ली गई थी?
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि आम आदमी पार्टी पर एक फिल्म बनी है। शनिवार को पत्रकारों के लिए उस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। लेकिन आज सुबह दिल्ली पुलिस ने वहां पहुंचकर फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवा दी और कहा कि यह स्क्रीनिंग नहीं की जा सकती। जबकि यह एक प्राइवेट स्क्रीनिंग थी, कोई पब्लिक स्क्रीनिंग नहीं थी। किसी भी कानून के तहत इसकी इजाजत नहीं है कि पुलिस इस तरह से किसी फिल्म के स्क्रीनिंग रुकवा दे। यह कोई चुनाव का कैंपेन नहीं था। वहां कोई इलेक्शन का झंडा नहीं था, इलेक्शन की स्पीच नहीं थी। किसी पार्टी के लिए वोट की अपील नहीं की जा रही थी और ना ही चुनाव प्रचार किया जा रहा था। वहां किसी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगा जा रहा था और ना ही किसी पार्टी के खिलाफ बोला जा रहा था। यह फिल्म की एक निजी स्क्रीनिंग थी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा इस फिल्म से इतनी क्यों डरी हुई है? हालांकि, मैंने तो यह फिल्म नहीं देखी है, लेकिन मुझे बताया गया है कि इस फिल्म के अंदर पिछले दो सालों में जिस तरह आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल भेजा गया, यह उनके जेल भेजे जाने के पीछे की कहानी है। यह फिल्म कई सारे रहस्यों और षडयंत्रों से पर्दा उठाती है। भाजपा ने जिस तरह असंवैधानिक और गैर कानूनी तरीके से आम आदमी पार्टी के नेताओं जेल भेजा था, उस पर से यह फिल्म पर्दा उठाती है इसलिए भाजपा इतनी ज्यादा डरी हुई है। इस फिल्म को जिस तरीके से रोका गया, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमें इस फिल्म को दिखाने की इजाजत दी जाएगी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि किसी फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग के लिए चुनाव आयोग से इजाजत लेनी पड़ेगी। यह तो चुनाव का कार्यक्रम ही नहीं है। पुलिस को बहुत समझाया गया। इस फिल्म का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। यह केवल गुंडागर्दी और तानाशाही है। मुझे उम्मीद है भविष्य में यह फिल्म सबके लिए आएगी। भाजपा के कुकर्मों के बारे में सबको पता चलना चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार विवेक अग्निहोत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर फिल्म बनाई गई थी, जिसे देश भर के सिनेमाघरों में दिखाया गया था। क्या उसके लिए चुनाव आयोग की इजाजत ली गई थी?
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि आम आदमी पार्टी पर एक फ़िल्म बनी है। आज जहां इस फ़िल्म को पत्रकारों को दिखाया जाना था, वहां देखिए, कितनी भारी संख्या में पुलिस लगाकर भाजपा ने इस फ़िल्म को दिखाने से रोक दिया। भाजपा इस फ़िल्म से बुरी तरह से डरी हुई है। आख़िर क्यों? भाजपा इस फ़िल्म को क्यो रोकना चाहती है? इस फ़िल्म में आखिर ऐसा क्या है, जिससे भाजपा डरी हुई है? ये फ़िल्म पर्दे के पीछे के उन सब रहस्यों को उजागर करती है जब ग़लत तरीक़े से “आप” के नेताओं को गिरफ़्तार किया गया था। यह भाजपा सरकार के ग़ैर क़ानूनी और ग़ैर संवैधानिक कामों को उजागर करती है।