‘हर बच्चा पढ़ेगा, बढ़ेगा और चमकेगा!’ दिल्ली में एक और शानदार स्कूल की शुरुआत, 72 कमरे और 8 हाईटेक लैब्स के साथ

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06 जनवरी (The News Air)

नई दिल्ली, 06 जनवरी (The News Air) दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को किराड़ी विधानसभा के प्रेम नगर में एक और विश्वस्तरीय सरकारी स्कूल का उद्घाटन किया। स्कूल में बने 72 कमरों में से 37 में क्लासेज चलेंगी और 8 रूम में हाईटेक लैब्स है। इसके अलावा, लाइब्रेरी और लिफ्ट समेत तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। स्कूल के उद्घाटन पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और सीएम आतिशी ने दिल्लीवालों को बधाई दी है। अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कहा कि दिल्ली में शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का हमारा मिशन जारी है। आज एक और शानदार सरकारी स्कूल किराड़ी में शुरू हुआ। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस दिल्ली के सरकारी स्कूलों की यह शानदार ईमारतें दिल्ली के हमारे बच्चों के सपनों को समेटे हैं, जहां हर बच्चा पढ़ेगा, बढ़ेगा और चमकेगा। वहीं, सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति में इतना बदलाव इसलिए आया, क्योंकि दिल्लीवालों ने एक सही सरकार को चुना। अब दिल्लीवालों के पास इस शिक्षा क्रांति को जारी रखने के लिए दोबारा ऐसी सरकार चुनने का मौका है, जो उनके बच्चों का भविष्य संवारती है।

दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि किराड़ी का इलाका एक ऐसा इलाका है जिसे एक समय पर बहुत पिछड़ा माना जाता था। यहां पूर्वांचल से आए हमारे भाई-बहन कच्ची कालोनियों में रहते थे और माना जाता कि यहां सड़क, सीवर और पानी का इंतजाम नहीं होता है। बच्चों के पढ़ने-लिखने के लिए स्कूल नहीं होता है। दस साल पहले इस इलाके का यह हाल था। आज जब हम इस शानदार सरकारी नई स्कूल बिल्डिंग का उद्घाटन कर रहे हैं तो यह दिख रहा है कि प्रेम नगर का इलाका उस पिछड़े और कच्ची कालोनी के दौर से निकल कर एक आधुनिक दौर में जा रहा है। हमारे बच्चों को अच्छा भविष्य और अच्छी पढ़ाई-लिखाई देने के दौर में जा रहा है।

सीएम आतिशी ने कहा कि इतनी शानदार बिल्डिंग आज इस इलाके के किसी प्राइवेट स्कूल की भी नहीं है। आज दिल्ली के इस 72 कमरों के सरकारी स्कूल में दिल्लीवासियों के बच्चों को लैब और लाइब्रेरी मिलेगी। मैंने तो प्राइवेट स्कूल में भी इतनी सुविधाएं नहीं देखी है लेकिन हमारे बच्चों को दिल्ली के इस शानदार सरकारी स्कूल में लिफ्ट भी मिलेगी। 2015-16 के दौर में जब मैं किराड़ी विधानसभा आती थी तो मुझे यहां के स्थानीय विधायक ऋतुराज झा बताते थे कि किराड़ी विधानसभा के सारे स्कूल निठारी के इलाके में हैं। बाकी किसी भी वॉर्ड में हमारे बच्चों के पढ़ने के पढ़ने के लिए स्कूल नहीं है। बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए रेलवे लाइन पार करके मुंडका, पश्चिम विहार, नांगलोई और निठारी जाना पड़ता था। लेकिन मैं विधायक ऋतुराज झा और किराड़ी के लोगों को बधाई देती हूं कि उन्होंने संघर्ष करके कोर्ट तक लड़ाई लड़कर डीडीए से यह जमीन ली और आज प्रेम नगर के लोगों को एक शानदार स्कूल बिल्डिंग समर्पित हो रही है।

सीएम आतिशी ने कहा कि 10 साल पहले तक सरकारी स्कूल टीन टप्पर में चलते थे। बच्चे टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ते थे। जब बरसात होती थी तो छत से पानी टपकता था। सर्दियों में टूटी खिड़कियों से ठंडी हवा आती थी। टॉयलेट बहुत गंदे होते थे, पीने के लिए पानी नहीं होता था। क्लास में टीचर नहीं होते थे। टीचरों की ड्यूटी कभी आधार कार्ड बनवाने में तो कभी पोलियो ड्रॉप दिलवाने में लगती थी। कोई भी परिवार जब अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजता था तो दिल पर पत्थर रखकर और मजबूरी में भेजता था। क्योंकि उसे लगता था कि अगर बच्चा सरकारी स्कूल में चला गया तो उसका कोई भविष्य नहीं होगा। हम पेट काटकर अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में भेजते थे कि बच्चा पढ़े-लिखे और आगे बढ़ पाए।

सीएम आतिशी ने कहा कि 2015 में दिल्लीवालों ने चमत्कार कर दिया और भारी बहुमत के साथ अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बना दिया। अरविंद केजरीवाल ने यह प्रण लिया कि दिल्ली के अमीर-गरीब और हर वर्ग के बच्चे को शानदार शिक्षा मिलेगी और आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। दिल्ली पहला और इकलौता ऐसा राज्य बना, जिसने अपने बजट का 25 फीसद हिस्सा शिक्षा पर लगाया, ताकि दिल्ली के बच्चों का भविष्य बनाया जा सके। आज भी देश में दिल्ली इकलौता ऐसा राज्य है, जो बजट का 25 फीसद हिस्सा लगातार 10 वर्षों से दिल्लीवालों के बच्चों के भविष्य पर लगा रहा है, सरकारी स्कूलों पर लगा रहा है, हमारे बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने पर लगा रहा है।

सीएम आतिशी ने कहा कि प्रेम नगर की तरह ही दिल्ली के अनेकों हिस्सों में टेंट वाले स्कूलों को तोड़कर शानदार बिल्डिंग बनाई गई। बच्चों को अच्छी कुर्सी टेबल, लैब और लाइब्रेरी दी गई। टीचरों और प्रिंसिपलों को विदेश भेजकर ट्रेनिंग दिलाई गई ताकि हमारे बच्चों को अच्छी और शानदार शिक्षा दे सकें। इसी का परिणाम है कि पिछले 8 साल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों से बेहतर आ रहे हैं। ऐसा देश के किसी हिस्से में नहीं हो रहा है। यह इसी का नतीजा है कि पिछले साल सरकारी स्कूलों में पढने वाले 2 हजार से अधिक बच्चों ने जेईई और नीट की परीक्षा पास की और देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़े-बड़े मेडिकल और इंजीनियरिंग स्कूलों में एडमिशन लिया है। यह इसी शिक्षा क्रांति का नतीजा है।

सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली देश का इकलौता ऐसा राज्य है, जहां पर बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन ले रहे हैं। ऐसा देश के किसी भी राज्य में नहीे हो रहा है, जो आज अरविंद केजरीवाल के मार्ग दर्शन में दिल्ली में हो रहा है। हमारे प्रेम नगर के इलाके में रहने वाले ज्यादातर लोग पूर्वांचल से आते हैं। कोई अपना गांव-घर छोड़कर इसी उम्मीद में आता है कि हमारे बच्चों को हमसे बेहतर जिंदगी और अवसर मिल पाए। अगर हमारे पूर्वांचली भाइयों-बहनों की इस आशा और सपने को सिर्फ अरविंद केजरीवाल ने समझा है, जिन्होंने हमारे बच्चों को बेहतर भविष्य देने का काम किया है।

सीएम आतिशी ने कहा कि पिछले 10 साल से दिल्ली के गरीब से गरीब परिवार के बच्चे को आगे बढ़ने का मौका इसलिए मिल रहा है, क्योंकि आपने एक ऐसी सरकार को चुनकर भेजा है, जो आपके बच्चों के भविष्य की चिंता करती है, जिसने गरीब से गरीब घर के बच्चों को भी डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बनाने का प्रण लिया है। दिल्ली की शिक्षा क्रांति में इतना बदलाव इसलिए आया, क्योंकि आपने एक सही सरकार को चुन कर भेजा है। कुछ दिन बाद आपके पास फिर से ऐसा मौका आएगा। अब आपकी जिम्मेदारी है कि आने वाले पांच साल के लिए भी आप ऐसी सरकार को चुन कर भेजें, जो हमारे बच्चों के भविष्य और उनको अच्छे अवसर देने के बारे में सोचती है। हमें आज अपने बच्चों के भविष्य में बारे में सोचते हुए नई सरकार को चुनना है ताकि हमारे बच्चों को अगले पांच साल भी यही शानदार अवसर मिल सके, जो अरविंद केजरीवाल केजरीवाल ने पिछले 10 साल से हमारे बच्चों ने दी है।

किराड़ी में नवनिर्मित स्कूल बिल्डिंग में सुविधाएं : किराड़ी के प्रेम नगर इलाके में नव निर्मित सरकारी स्कूल की बिल्डिंग में कुल 72 कमरे हैं। इसमें 37 कमरों में क्लासरूम, दो रूम प्रिंसिपल ऑफिस, स्पोर्ट्स रूम व मेडिकल रूम 1, एग्जाम रूम 1, आईसीटी लैब 1, एडमिशन रूम व मेडिकल रूम 1, डीडीओ रूम 1, कॉन्फ्रेंस रूम 1, स्टाफ रूम 1, सीडब्ल्यूएसएन रूम 1, सेकेंडरी साइंस लैब 1, बायो व फिजिक्स लैब 1, लाइब्रेरी 1, मैथ लैब 1, होम साइंस लैब 1, कैमिस्ट्री लैब 1, एसएसटी लैब 1, वोकेशनल लैब 1, एमपी हॉल 1, टॉयलेट 8 समेत अन्य जरूरतों के मद्देनजर कमरे बने हैं।

छात्रों को होने वाले लाभ : यह दो शिफ्टों में चलने वाला सरकारी स्कूल है। नई बिल्डिंग बनने से 3000-35000 छात्रों को लाभ होगा। यहां पर प्रेम नगर की 10-12 कॉलोनियों के बच्चे पढने के लिए दाखिला ले सकेंगे। लड़कियों के लिए साइंस स्ट्रीम भी उपलब्ध है। क्लास में विद्यार्थियों का अनुपात लगभग 45 है।

पहले दिल्ली के स्कूलों की स्थिति यह थी : इससे पहले इस सरकारी स्कूल की स्थिति बेहद दयनीय थी। स्कूल में बदबूदार शौचालय, टूटी खिड़कियां, टेबल-कुर्सी का अभाव, बच्चों को फर्श या चटाई पर बैठकर पढना पड़ता था और पीने का पानी भी नहीं था। शिक्षकों को पढ़ने के अलावा सारे सरकारी कामों में लगाया जाता था। जो लोग सक्षम थे, वे अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजना पसंद करते थे। 50 फीसद छात्र कक्षा 12 पूरा किए बिना ही स्कूल छोड़ देते थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि शिक्षा का उनके लिए कोई महत्व नहीं है। यह अब भी देश के बाकी हिस्सों में सच है। 14-18 साल के 25 फीसद युवा अपनी स्थानीय भाषा में कक्षा 2 का पाठ भी नहीं पढ़ सकते।

दिल्ली सरकार की शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां

बजट : दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार अकेली ऐसी सरकार है जो अपने बजट का 25 फीसद शिक्षा पर खर्च करती है। देश के किसी और राज्य में ऐसा नहीं होता। 2024 के बजट में शिक्षा के लिए 16,396 करोड़ रुपए आवंटित किया गया है।

विदेश में टीचर ट्रेनिंग : दिल्ली सरकार ने अपने टीचर ट्रेनिंग के बजट में 1400 फीसद की बढ़ोतरी की है। 2014-15 में इसके लिए 7.4 करोड़ रुपए आवंटित था, जो 2024-25 में बढ़कर 100 करोड़ रुपए हो गया है। हाल ही में एमसीडी स्कूलों के 48 प्रिंसिपल्स ने आईआईएम अहमदाबाद में लीडरशिप ट्रेनिंग ली। पहले सिर्फ अधिकारी और मंत्री ही विदेश जाते थे।

क्लासरूम : ‘‘आप’’ की सरकार ने सिर्फ 10 सालों में 22,711 नए क्लास रूम बनाया है। साथ ही आधुनिक लैब, पुस्तकालय और बेहतरीन खेल सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई हैं।

नए पाठ्यक्रम : दिल्ली सरकार ने स्कूलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ ही कॉरिकुलम में भी बदलाव किया है। सरकार ने हैप्पीनेस करिकुलम और बिजनेस ब्लास्टर्स जैसे पाठ्यक्रम शुरूआत की हैं। जहां छात्र अपना खुद की बिजनेस चलाने की कला सीखते हैं।

स्कूल प्रबंधन समिति : दिल्ली सरकार ने स्कूल प्रबंधन समिति को मजबूत करने का काम किया है। इसमें 16 हजार से ज्यादा चुने हुए सदस्य है। स्कूल प्रबंधन समितिएक बहुत ही महत्वपूर्ण शिक्षा सुधार है, जो जमीनी स्तर पर काम कर रहा है।

नए तरह के स्कूलों की शुरूआत : दिल्ली में ‘‘आप’’ की सरकार ने कई नई तरह के स्कूलों को भी स्थापित किया है। इसमें आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरेटरी स्कूल, दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल और दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल शामिल है। आर्म्ड स्कूल में सेना में जाने के इच्छुक बच्चों की पढ़ाया जाता है। उसी तरह स्पोर्ट्स स्कूल में खेल संबंधित शिक्षा और ट्रेनिंग दी जाती है।

स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर : दिल्ली में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव देखे गए हैं। सरकार ने अगस्त 2024 तक कुल 29 नए स्कूल बनाए गए हैं और 14 नए स्कूल बन रहे हैं। 98.74 फीसद सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर की सुविधाएं हैं।

पूरे देश में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति : दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है। दिल्ली का राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय ने ईडुकेशन वर्ल्ड इंडिया स्कूल रैंकिंग 2023-24 में पहले स्थान पर बने रहने का सम्मान हासिल किया है। दिल्ली के 5 सरकारी स्कूलों ने देश के टॉप 10 सरकारी स्कूलों में जगह बनाई है। दिल्ली सरकार के स्कूलों के नतीजे पिछले 7-8 सालों से निजी स्कूलों से बेहतर रहे हैं।

दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 12वीं के परिणाम

2022   2023      2024
दिल्ली               96.01    91.59    96.99
ऑल इंडिया        92.71    87.3     87.98

जईई-नीट रिजल्ट- दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों का आईआईटी और नीट परीक्षा में सफलता का प्रतिशत 2016 से 2024 तक 15 गुना बढ़ा है।

साल नीट जेईई मेन
2024 1414 783
2023 1391 730
2022 658 496
2021 496 384

प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में आ रहे बच्चे : दिल्ली में सरकारी स्कूलों के शानदार बनने के बाद बच्चों के माता-पिता की सोच में भी बदलाव आया है और अब वो अपने बच्चों को महंगे सरकारी स्कूलों से निकाल कर सरकारी स्कूलों में दाखिला करा है। पिछले 3 सालों में, 4 लाख से ज्यादा बच्चों ने निजी स्कूलों को छोड़कर दिल्ली सरकार के स्कूलों में दाखिला लिया है। अब सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए लंबी कतारें लग रही हैं।

उच्च शिक्षा की उपलब्धियां : दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले तक दिल्ली में कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में 83,620 होती थी, जो 12वीं पास कर निकलने वाले बच्चों के लिए पर्याप्त नहीं थी। ‘‘आप’’ की सरकार ने पिछले 10 सालों में तीन नए विश्वविद्यालयों की शुरुआत की। दिल्ली स्किल्स और एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी, दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी, दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोली। साथ ही, 6 नए कैंपस शुरू किए।2016 और 2017 में, अंबेडकर विश्वविद्यालय के दो नए कैंपस करमपुरा और लोधी रोड पर शुरू किए गए। 2017 में, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी का ईस्ट दिल्ली कैंपस शुरू हुआ। इसके अलावा, 2020 में, नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय ऑफ टेक्नोलॉजी के दो नए कैंपस जाफरपुर और गीता कॉलोनी में खोले गए। 2023 में, ‘‘आप’’ की सरकार ने आईपी विश्वविद्यालय का ईस्ट दिल्ली कैंपस उद्घाटन किया। आईपी विश्वविद्यालय से 27 नए संस्थान जुड़े हैं। 2018 में, नेताजी सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसआईटी) को विश्वविद्यालय का दर्जा मिला और इसका नाम बदलकर नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी) रखा गया। अब दिल्ली के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में 1,55,880 सीटें हो गई है।

प्लेसमेंट और सैलरी : डीएसईयू में 18,529 छात्र विभिन्न कौशल संबंधित पाठ्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं। पिछले शैक्षणिक वर्ष में हमारे छात्रों को 10 लाख रुपए तक के सैलरी पैकेज मिले थे। 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में, आईजीडीटीयूडब्ल्यू का प्लेसमेंट दर 85 फीसद था। इस वर्ष, यहाँ का सबसे बड़ा सैलरी पैकेज 82 लाख रुपए था। 2023-24 में, आईआईआईटीडी का प्लेसमेंट दर 75 फीसद था। आईआईआईटीडी में सबसे बड़ा सैलरी पैकेज 49 लाख रुपए था। 2023-24 में, एनएसयूटी का प्लेसमेंट दर 75 फीसद था। एनएसयूटी में सबसे बड़ा सैलरी पैकेज 80 लाख रुपए था। 2023 में, इन आईआईटी से 10 हजार छात्रों ने प्रसिद्ध कंपनियों जैसे टोयोटा, मारुति और माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी प्राप्त की।

विश्वविद्यालयों की अन्य उपलब्धियां : गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है, जिसमें राइज़िंग स्टार अवार्ड भी शामिल है, जो उनकी असाधारण वृद्धि को मान्यता देता है। एनएसयूटी ने 2024 के एनआईआरएफ रैंकिंग में इंजीनियरिंग श्रेणी में 57वीं रैंक प्राप्त की है। आईआईआईटी-डी के इनक्यूबेशन सेंटर में 65$ स्टार्टअप्स और 200$ उद्यमियों को समर्थन मिल रहा है।

बिजनेस ब्लास्टर्स यूनिवर्सिटी प्रोग्राम लॉन्च : दिल्ली सरकार ने बिजनेस ब्लास्टर्स सीनियर के लिए 15 करोड़ रुपये आवंटित किया है। जैसे स्कूल प्रोग्राम में हुआ था, वैसे ही इस बार भी छात्र टीम बनाकर बिजनेस आइडिया पर काम करेंगे। टीमों को 50,000 रुपये तक की सीड मनी मिल सकती है। इस बार उम्मीद है कि ज्यादा गंभीर और व्यवहारिक बिजनेस आइडिया सामने आएंगे, इसलिए धनराशि में भारी बढ़ोतरी की गई है। प्रोग्राम एक प्रतियोगिता के रूप में होगा, जिसमें 100 सबसे अच्छे और व्यावासिक बिजनेस आइडिया चुने जाएंगे। इन 100 आइडिया को निखारा जाएगा और स्केल करने के लिए और मदद दी जाएगी।

बजट आवंटन : दिल्ली सरकार ने उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए 1212 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इस तरह सरकार ने उच्च शिक्षा का बजट 400 फीसद तक बढ़ाया है।

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