जम्मू-कश्मीर, 06 जनवरी (The News Air) जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में ठंड और बर्फबारी का कहर जारी है। पूरे प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है, और ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। पिछले 24 घंटों में पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) ने 6 जनवरी तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे आगामी दिनों में और अधिक खराब मौसम की आशंका जताई जा रही है।
पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी : जम्मू संभाग (Jammu Division) के डोडा (Doda), किश्तवाड़ (Kishtwar), पुंछ (Poonch), रामबन (Ramban) और रियासी (Reasi) के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है। गुलमर्ग (Gulmarg) में अब तक 2.3 फुट और गुरेज (Gurez) में 2.6 फुट बर्फ गिर चुकी है। श्रीनगर (Srinagar) में 20.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो ठंड को और बढ़ा रही है।
मैदानी इलाकों में बारिश का दौर : जम्मू जिले (Jammu District) समेत प्रदेश के मैदानी इलाकों में रविवार रात से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आज रात को भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे ठंड और बढ़ने की आशंका है। जम्मू में अधिकतम तापमान गिरकर 7°C के आसपास पहुंच गया है, जबकि श्रीनगर में लगातार दूसरे दिन पारा हिमांक बिंदु (Freezing Point) के करीब 1.5°C दर्ज किया गया है।
यातायात और जनजीवन प्रभावित : भारी बर्फबारी और बारिश के कारण सड़क यातायात प्रभावित हो रहा है। कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) के कई इलाकों में सड़कें बर्फ से ढकी हुई हैं, जिससे वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। कुछ इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को घर के अंदर रहने और बिना जरूरी कारण बाहर न निकलने की सलाह दी है।
अलर्ट और सुझाव : मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक खराब मौसम की चेतावनी दी है। ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) के तहत लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
स्थानीय निवासियों पर प्रभाव: इस समय की मौसम स्थिति ने कश्मीर के निवासियों के लिए कठिनाई पैदा कर दी है। बर्फबारी के कारण स्कूल बंद कर दिए गए हैं, और कई क्षेत्रों में जरूरी सेवाओं पर भी असर पड़ा है। ठंड बढ़ने के कारण दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है, और लोग सर्दी से बचने के लिए ऊनी कपड़े और हीटर का सहारा ले रहे हैं।