हरियाणा,19 नवंबर (The News Air): हरियाणा में वायु प्रदूषण बहुत की खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस संबंधी बीमारियां हो रही है। दिल्ली एनसीआर में आने वाले हरियाणा के 14 शहरों में हो हालात बहुत ही खराब है। इन जिलों में तो वायु की गुणवत्ता बेहद ही खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। सबसे ज्यादा वायु की गुणवत्ता गुरुग्राम की खराब बताई गई है। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 576 रहा जो सांस लेने के लिए बेहद ही खतरनाक है। ऐसे वातावरण में सांस लेना दिन में 27 सिगरेट पीने के बराबर है।
वहीं बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने स्कूलों के बंद करने के आदेश जिला प्रशासन को सौंप दिए थे। जिसके बाद गत दिवस ही हरियाणा के पांच जिलों में 5वीं कक्षा तक स्कूलों को बंद कर दिया गया था। इनमें रेवाड़ी, पानीपत, रोहतक, जींद शामिल हैं। भिवानी में भी छुट्टी कर दी गई है। यह आदेश 23 नवंबर तक लागू रहेंगे। अब सरकार ने सभी डीसी को 12 तक के स्कूलों को भी बद करने के आदेश अपने स्तर पर लेने का छुट दे दी है। जिसके बाद गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, झज्जर और सोनीपत के सभी स्कूलों में 12वीं तक कक्षाएं बंद करने के आदेश जारी किए गए। यह स्कूल भी 23 नवंबर तक बंद रहेंगे। इस दौरान आॅनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।
ग्रैप 4 की पाबंदिया हो चुकी लागू
वहीं गत दिवस ही दिल्ली-एनसीआर में पड़ने वाले हरियाणा के 14 जिलों में ग्रेप 4 की पाबंदिया लागू हो चुकी है। दिल्ली-एनसीआर में हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल जिले शामिल है। कन्स्ट्रक्शन के सभी काम रोक दिए गए हैं। वहीं दफ्तरों में भी 50% स्टाफ कम करने को कहा गया है।