नई दिल्ली,11 नवंबर (The News Air): राजधानी के निवासी जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। नवंबर के 10 दिन बीत जाने के बाद भी प्रदूषण के स्तर में किसी तरह की कोई कमी नहीं आई है। राजधानी के वायुमंडल में प्रदूषण की मोटी परत जम गई है जो अब हटने का नाम नहीं ले रही। दूसरी तरफ मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए बुलेटिन से हो सकता है कि आने वाले एक सप्ताह में प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आए। मौसम विभाग ने यह संभावना जताई कि 15-16 नवंबर को उत्तर भारत में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसके चलते हल्की बारिश की उम्मीद की जा सकती है। यदि ऐसा होता है तो दिल्ली वासियों के लिए यह किसी संजीवनी से कम नहीं होगा।
प्रदूषण, स्मॉग और फॉग बढ़ा रही परेशानी
नवंबर जैसे-जैसे गुजर रहा है वैसे-वैसे मौसम में ठंड का अहसास बढ़ना शुरू हो गया है। ठंड और नमी के चलते राजधानी में प्रदूषण के साथ-साथ स्मॉग ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सुबह और शाम के समय सड़क पर निकल रहे लोग लंबे समय तक खांसी, आंखों व गले में जलन, सांस लेने में दिक्कत के साथ परेशान है। आज सोमवार सुबह भी दिल्ली के कई इलाकों में धुंध की एक हल्की चादर नजर आई। आनंद विहार- 382, बवाना- 401, अशोक विहार- 380 एक्यूआई दर्ज हुआ है। इसके साथ ही सफदरजंग में सुबह के समय दृश्यता 500 मीटर रही। जोकि अमूमन इस समय एक हजार मीटर से अधिक रहती है। स्मॉग की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यही नहीं, आंखों में भी जलन महसूस की गई।
पर्यावरण मंत्री कर चुके कृत्रिम बारिश की मांग
दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन परिणाम लगभग शून्य के बराबर है। जिसके चलते पिछले दिनों गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कृत्रिम बारिश कराने की अनुमति देने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे अधिकारियों के साथ बैठक के लिए समय निकालें और दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने की अनुमति दें।दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं। लेकिन इसके परिणाम आशनुसार नहीं आ रहे।