नई दिल्ली 05 नवंबर (The News Air): दिल्ली में “आप” सरकार द्वारा बनाए गए 1000 घाटों पर छठ महापर्व का आयोजन भव्यता से होगा। मंगलवार को सभी को छठ की शुभकामनाएँ देते हुए सीएम आतिशी ने कहा कि, हमारे पूर्वांचली भाई-बहन दिल्ली का अभिन्न हिस्सा है। और अरविंद केजरीवाल जी के प्रयासों से अब उन्हें छठ मनाने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि, 2014 तक दिल्ली में सिर्फ 60 घाट बनते थे, लेकिन अब अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में 1000 से अधिक घाटों पर धूमधाम से छठ महापर्व का आयोजन होता है। सीएम आतिशी ने कहा कि, दिल्ली सरकार के प्रयासों से छठ का त्यौहार पूर्वांचलियों के साथ-साथ सभी दिल्लीवालों का महापर्व बन गया है।
सीएम आतिशी ने सभी को छठ महापर्व की शुरुआत की बधाई देते हुए कहा कि, आज नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि, छठ का त्यौहार हमारे पूर्वांचली भाई-बहनों के लिए साल का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार होता है। एक समय ऐसा था जब दिल्ली में रहने वाले,काम करने वाले पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ का त्यौहार आते ही ट्रेनों-बसों में भीड़भाड़ में दूर अपने गाँव त्यौहार मनाने जाना पड़ता था।
सीएम आतिशी ने कहा कि, “हमें इस बात की ख़ुशी है कि, पिछले 10 साल में जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली में छठ के इस महापर्व को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। ताकि दिल्ली में रहने वाले, काम करने वाले पूर्वांचली भाई-बहनों को इस त्यौहार को मनाने के लिए दिल्ली छोड़ना न पड़े।”
उन्होंने कहा कि, “हमारे पूर्वांचली भाई-बहन दिल्ली का अभिन्न हिस्सा है। दिल्ली उनक भी घर है। और इसी परंपरा को आगे ले जाते हुए इस साल भी छठ महापर्व का दिल्लीभर में भव्य आयोजन हो रहा है।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “इस महापर्व पर 7 नवंबर को संध्या अर्घ्य के दिन दिल्ली सरकार ने छुट्टी की घोषणा की है। साथ ही पूरी दिल्ली में दिल्ली सरकार द्वारा 1000 से ज़्यादा छठ घाट बनाये जा रहे है। दिल्ली में इतने बड़े स्तर और भव्यता के साथ छठ पूजा की शुरुआत पिछले 10 सालों से हुई है।”
उन्होंने साझा किया कि, 2014 में अरविंद केजरीवाल जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले पूरी दिल्ली में सिर्फ़ 60 घाट बनाये जाते थे। लेकिन आज 10 साल के बाद अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार द्वारा 1000 से अधिक छठ घाट बनाये जा रहे है।
इन घाटों पर पीडब्ल्यूडी और बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग द्वारा कृत्रिम घाट बनाये जाते है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा पानी का इंतज़ाम किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े छठ घाटों पर मेडिकल सुविधाओं के इंतज़ाम किए जाते है, डॉक्टर-नर्स तैनात किए जाते है। इन छठ घाटों पर दिल्ली के राजस्व विभाग द्वारा टेंट-लाइट-साउंड का इंतज़ाम किया जाता है। बड़े घाटों पर मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
सीएम आतिशी ने कहा कि, “दिल्ली में कहीं भी पूर्वांचली भाई-बहन रहते है, उन्हें छठ महापर्व मनाने के लिए 1-2 किमी से दूर नहीं जाना पड़ेगा। मुझे इस बात की खुशी है कि, दिल्ली सरकार के इन प्रयासों की वजह से छठ का ये त्यौहार पूर्वांचली भाइयों-बहनों के साथ-साथ पूरी दिल्ली का त्यौहार बन गया है।”
सीएम आतिशी ने अपने एक्स(ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि, “आप सभी को छठ महापर्व की शुभकामनाएँ। देशभर में ‘नहाय खाए’ के साथ आज से इस महापर्व की शुरुआत हो रही है। एक समय था जब दिल्ली से हमारे पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ के लिए दूर अपने गाँव जाना पड़ता था। लेकिन अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में पिछले 10 सालों से दिल्ली में इस महापर्व को धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस साल भी दिल्ली सरकार द्वारा 1000 से ज़्यादा भव्य छठ घाटों का निर्माण करवाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को छठ मनाने के लिए अपने घर से दूर न जाना पड़े। दिल्ली सरकार के इन प्रयासों से अब छठ का पर्व पूर्वांचली समाज के साथ-साथ सभी दिल्लीवासियों का पर्व बन गया है।”