मुंबई, 25 अक्टूबर (The News Air): मैराथन मीटिंग और खींचतान के बाद महा विकास अघाड़ी ने 85-85-85 का फॉर्मूले पर सीट बंटवारे का ऐलान किया था। इस घोषणा के 24 घंटे बाद ही फॉर्मूला फेल हो गया और कांग्रेस ने 104 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि बुधवार को हड़बड़ी में 255 सीटों के बारे में घोषणा की गई थी, क्योंकि कई कैंडिडेट गुरुवार को शुभ दिन होने के कारण अपना नामांकन करने की डिमांड कर रहे थे। सीटों के ऐलान के बाद आदित्य ठाकरे, एनसीपी(एसपी) जयंत पाटिल और एनसीपी (एसपी) के पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल ने नामांकन किया।
विजय वडेट्टीवार ने बताया नया फॉर्मूला
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि उनकी पार्टी 104 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि यूबीटी सेना और एनसीपी-एसपी क्रमशः 94 और 84 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। सीटों का आवंटन योग्यता और जीतने की क्षमता के आधार पर तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 100 से 104 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिनमें से 43 विदर्भ क्षेत्र से होंगी। राउत के 85-85-85 फॉर्मूले का जिक्र करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि शेष 33 सीटों में से पीडब्ल्यूपी और एसपी को दो-दो और सीपीएम को तीन सीटें आवंटित की जाएंगी। इसके बाद जो 26 सीटें बचेंगी, उनमें से 18 कांग्रेस को और 8 यूबीटी सेना को आवंटित की जाएंगी।
सीट शेयरिंग में देरी के लिए एआईसीसी दोषी
विजय वडेट्टीवार ने सीटों के बंटवारे पर हुए विवाद के लिए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं के हस्तक्षेप नहीं करने के कारण सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने में देरी हुई। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शरद पवार और उद्धव ठाकरे दोनों से मिलेंगे, लेकिन ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया। हमें लगता है कि हरियाणा में हार के बाद, कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को गंभीरता से नहीं लिया है और सबक नहीं सीखा है।