शरद पवार ने महाराष्ट्र की सियासत में एक बड़ा सियासी दांव खेलते हुए बीजेपी के नाराज नेताओं को अपने खेमे में शामिल करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बीजेपी के बड़े नेताओं के असंतोष का फायदा उठाते हुए न केवल देवेंद्र फडणवीस को झटका दिया, बल्कि अजित पवार को भी चुनौती देने की योजना बना ली है। समरजीत सिंह घाटगे जैसे नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर शरद पवार ने विधानसभा चुनाव 2024 एनसीपी और बीजेपी गठबंधन के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा तैयार कर लिया है।
शरद पवार ने बीजेपी के दिग्गज नेता समरजीत सिंह घाटगे को एनसीपी (एस) में शामिल कर लिया।
घाटगे को अजित पवार के करीबी मंत्री हसन मुश्रिफ की कागल सीट से चुनाव लड़ाने की घोषणा की।
बीजेपी और अजित पवार के गठबंधन से नाराज कई नेताओं ने शरद पवार की ओर रुख किया है।
समरजीत सिंह घाटगे ने बीजेपी को इसलिए छोड़ा क्योंकि कागल सीट एनसीपी को देने का फैसला हुआ।
फडणवीस के लाख समझाने के बाद भी घाटगे ने बीजेपी छोड़ने का फैसला किया।
कई बीजेपी नेताओं को अजित पवार के गठबंधन के चलते अपने सियासी भविष्य की चिंता सताने लगी है।
शरद पवार ने मराठा नेताओं को अपने साथ मिलाकर पश्चिम महाराष्ट्र में अपनी पकड़ मजबूत की।
शरद पवार ने कोल्हापुर में शाहू महाराज को चुनाव जिताकर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है।
शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के साथ मिलकर जोरदार मोर्चा बनाया था।
विधानसभा चुनाव 2024 में भी शरद पवार बीजेपी और अजित पवार के खिलाफ सियासी दांव खेल रहे हैं।