Starlink internet On Flights : स्पेसएक्स (SpaceX) और टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने गुरुवार को बताया कि किफायती इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक (Starlink) अब एक हजार से ज्यादा विमानों में शुरू हो गई है। कंपनी के अनुसार, यात्रियों को विमान में कदम रखते ही स्टारलिंक का हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा। एलन मस्क ने अपने एक्स पर पोस्ट किया कि विमान में स्टारलिंक का इस्तेमाल करने से ऐसा लगता है जैसे आप हाई-स्पीड ग्राउंड फाइबर कनेक्शन पर हैं।
एलन मस्क ने बताया कि अफ्रीका का देश सिएरा लियोन, स्टारलिंक से जुड़ने वाला 100वां और 10वां अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है। मई में कंपनी ने इंडोनेशिया और फिजी में स्टारलिंक की सर्विस को लॉन्च किया था। एलन मस्क के अनुसार, स्टारलिंक के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस का ऑर्डर देने के लिए किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत नहीं है।
Starlink now operating on over 1000 aircraft!
Using Starlink on a plane feels like you’re on a high speed ground fiber connection. https://t.co/r05zfnKHIJ
— Elon Musk (@elonmusk) July 24, 2024
सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस को श्रीलंका में शुरू करने की मंजूरी भी कंपनी को मिल चुकी है। हालांकि, भारत सरकार से स्टारलिंक को मंजूरी नहीं मिल पाई है। भारत के मामले में कमर्शल पहलू पर जांच पूरी हो गई है, जिसमें फॉरेन इन्वेस्टमेंट और नेटवर्थ जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। साथ ही, तकनीकी जरूरतों को भी देश में लाइसेंसिंग नियमों के हिसाब से परखा गया है।
एक बार स्टारलिंक को मंजूरी मिल जाने के बाद, उसे ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (जीएमपीसीएस) सर्विसेज लाइसेंस जारी किया जाएगा, जो देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज देने के लिए जरूरी है।
हाल ही में स्टारलिंक के 21 सैटेलाइट अंतरिक्ष में बर्बाद हो गए थे। उन्हें फाल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। लॉन्च कामयाब रहा था, पर अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद रॉकेट के सेकंड स्टेज में तकनीकी गड़बड़ी आ गई, जिससे सैटेलाइट्स का लॉन्च पूरा नहीं हो पाया।






