मुंबई, 06 जुलाई (The News Air): मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम लोगों की क्षमता के हिसाब से काफी छोटा है। हालांकि वानखेड़े एक ऐतिहासिक स्टेडियम है, लेकिन अब मुंबई में नए स्टेडियम को लेकर विचार किया जा रहा है।
नया स्टेडियम वानखेडे़ से करीब 4 गुना ज़्यादा बड़ा होगा यानी नए स्टेडियम में लोगों के बैठने की क्षमता वानखेड़े से करीब-करीब 4 गुना ज़्यादा होगी। इस नए स्टेडियम को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बात की।
रोहित शर्मा ने मराठी में विधानसभा में स्पीच भी दी थी।
हाल ही में टीम इंडिया ने बारबाडोस में 2024 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। चैंपियन टीम इंडिया ने बारबाडोस से लौटने के बाद मुंबई में ओपन बस के साथ विक्ट्री परेड भी की थी। इस जीत और विक्ट्री परेड के बाद टीम इंडिया में मुंबई से आने वाले, रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल और शिवम दुबे को महाराष्ट्र विधानसभा में आमंत्रित किया गया था। रोहित शर्मा ने मराठी में विधानसभा में स्पीच भी दी थी।
अब इन सारी चीज़ों के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नए स्टेडियम को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि अब मुंबई को मॉर्डन स्टेडियम की ज़रूरत है। एक ऐसा स्टेडियम जहां और भी ज़्यादा दर्शकों के बैठने की झमता हो।
मुंबई को अब वानखेड़े से बड़े स्टेडियम की ज़रूरत है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मुंबई को अब वानखेड़े से बड़े स्टेडियम की ज़रूरत है। मुझे पता कि वानखेड़े ऐतिहासिक स्टेडियम है लेकिन अब मुंबई को 1 लाख से ज़्यादा क्षमता वाले नए स्टेडियम की दरकार है और हम आने वक़्त में इसे बनाने की कोशिश करेंगे।” हालांकि अभी नए स्टेडियम के बनने को लेकर किसी भी तरीख का एलान नहीं किया गया है।
वानखेड़े स्टेडियम का इतिहास
बता दें कि वानखेड़े स्टेडियम 1974 में बनाया गया था। इस स्टेडियम में तकरीबन 32,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। यह वही ऐतिहासिक मैदान हैं, जहां एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2011 वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल जीता था। धोनी ने छक्का लगाकर इसी मैदान से 2011 वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई थी।








