नई दिल्ली, 10 जून (The News Air) प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का जोश एक बार फिर हाई है। सोमवार को पीएमओ के अधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हम वो लोग नहीं हैं जिनका ऑफिस इतने बजे शुरू होता है और इतने बजे खत्म होता है। हम वो लोग नहीं हैं, हम समय से बंधे नहीं हैं, हमारी सोच की कोई सीमा नहीं है, और हमारे प्रयासों का कोई मापदंड नहीं है। जो इससे परे हैं वो मेरी टीम हैं और देश उस टीम पर भरोसा करता है।
‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ’10 साल पहले हमारे देश में एक छवि बनी हुई थी कि पीएमओ एक शक्ति का केंद्र है, एक बहुत बड़ा पावर सेंटर है और मैं न सत्ता के लिए पैदा हुआ हूं और न मैं शक्ति अर्जित करने के लिए सोचता हूं।’ पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘हमने 2014 से जो कदम उठाए हैं, हमने इसे एक उत्प्रेरक एजेंट के रूप में विकसित करने का प्रयास किया है। पीएमओ को लोगों का पीएमओ होना चाहिए और यह मोदी का पीएमओ नहीं हो सकता।’
पीएमओ अधिकारियों को संबोधित करते पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘ये चुनाव आपके 10 साल के हर सरकारी कर्मचारियों के पुरुषार्थ को मुहर लगी हुई है। इस विजय के बड़े हकदार आप लोग हैं, इस विजय के बड़े हकदार भारत सरकार के हर कर्मचारी भी हैं, जिन्होंने एक विजन के लिए खुद को समर्पित कर दिया।’
पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने तीसरे कार्यकाल में किसानों के लिए किसान सम्मान निधि की राशि जारी करने के लिए फाइल पर हस्ताक्षर कर अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत की। राष्ट्रपति भवन में रविवार शाम पद और गोपनीयता की शपथ लेने वाले पीएम मोदी सोमवार सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने करीब 9.3 करोड़ पात्र किसानों के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की राशि जारी करने से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर किए। किसान सम्मान निधि के तहत हर किसान को साल में तीन बार दो-दो हजार करोड़ रुपये की किस्त दी जाती है। केंद्र सरकार ने योजना की 16वीं किस्त चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले 28 फरवरी को जारी की थी। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में किसानों का मुद्दा भी विपक्ष द्वारा जोर-शोर से उठाया गया था। किसान सम्मान निधि की फाइल पर सबसे पहले हस्ताक्षर कर पीएम ने संदेश देने की कोशिश की है कि उनकी सरकार सबसे पहले किसानों की चिंता करती है।








