अमृतसर, 16 मार्च (The News Air) खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उनके 7 साथियों को लेकर पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने इन सभी पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) को जारी रखने से इनकार कर दिया है। अब पंजाब पुलिस जल्द ही अमृतपाल के 7 साथियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Jail) से पंजाब लाएगी और यहां दर्ज मामलों में कार्रवाई करेगी। हालांकि, अमृतपाल सिंह और उनके करीबी सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह (Pappalpreet Singh) अभी जेल में ही रहेंगे। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में 22 मार्च को होने वाली सुनवाई के बाद सरकार अगला कदम उठाएगी।
पंजाब पुलिस की टीम जल्द ही डिब्रूगढ़ जेल से इन 7 आरोपियों को लाने की प्रक्रिया शुरू करेगी। ये सभी आरोपी फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं, लेकिन अब इन्हें पंजाब की जेलों में ट्रांसफर किया जाएगा।
डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के 9 साथी, ये हैं नाम
अमृतपाल सिंह से पहले उनके 8 साथियों को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया था। इनमें शामिल हैं:
- पप्पलप्रीत सिंह (Pappalpreet Singh) – अमृतपाल के सबसे करीबी सहयोगी
- भगवंत सिंह उर्फ ‘प्रधानमंत्री’ बाजेके (Bhagwant Singh ‘Pradhanmantri’ Bajeke) – वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) संगठन के प्रमुख सदस्य
- दलजीत सिंह कलसी (Daljit Singh Kalsi) – अमृतपाल के सहयोगी और संगठन के मुख्य सदस्य
- बसंत सिंह (Basant Singh) – संगठन के सक्रिय सदस्य
- गुरमीत सिंह (Gurmeet Singh) – संगठन के सक्रिय सदस्य
- जीत सिंह (Jeet Singh) – संगठन के सक्रिय सदस्य
- हरजीत सिंह (Harjeet Singh) – अमृतपाल के चाचा
- विक्रमजीत सिंह (Vikramjeet Singh) – संगठन के सदस्य
अमृतपाल के पिता बोले – हमें कोई जानकारी नहीं मिली
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह (Tarseem Singh) ने इस मामले पर कहा कि उन्हें अभी तक इस फैसले की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। उनके वकील राजदेव खालसा (Rajdev Khalsa) ने भी कहा कि पंजाब सरकार ने अब तक उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।
कैसे फरार हुआ था अमृतपाल सिंह? पूरी कहानी
1. पुलिस ने 18 मार्च 2023 को पीछा शुरू किया
18 मार्च 2023 को पुलिस ने अमृतपाल की मर्सिडीज कार (Mercedes Car) का पीछा किया, लेकिन उसे पहले ही इसकी भनक लग गई। उसने कार को शाहकोट-मोगा हाईवे (Shahkot-Moga Highway) पर छोड़ दिया और दूसरी कार से भाग गया।
2. मर्सिडीज छोड़कर ब्रेजा कार में बैठा
अमृतपाल ने शाहकोट के दादोवाल गांव (Dadowal Village) में नशा मुक्ति केंद्र से कपड़े बदले और ब्रेजा कार (Brezza Car) से फरार हो गया।
3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक
अमृतपाल ने नंगल अंबिया गांव (Nangal Ambiyan Village) के एक गुरुद्वारे में ग्रंथी को बंदी बना लिया और वहां से बाइक पर भाग निकला।
4. फोन पर हरियाणा में बातचीत
अमृतपाल ने हरियाणा के रेवाड़ी (Rewari) में किसी से बात की और वहां से दो बाइक के जरिए फरार हो गया।
5. मोगा के रोडे गांव से गिरफ्तार
36 दिन तक फरार रहने के बाद 22 अप्रैल 2023 को मोगा (Moga) के रोडे गांव (Rode Village) में अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया।
लोकसभा चुनाव 2024 में अमृतपाल की जीत
अमृतपाल को जेल से बाहर लाने के लिए उनके समर्थकों ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया। पहले तो अमृतपाल इसके लिए तैयार नहीं थे, लेकिन माता-पिता और वकील के समझाने पर वे चुनाव लड़े और 1.97 लाख वोटों से जीत दर्ज की।
अमृतपाल की नई पार्टी – ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’
14 जनवरी 2024 को माघ मेले (Magh Mela) के दौरान अमृतपाल सिंह की नई पार्टी ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’ (Akali Dal Waris Punjab De) का ऐलान किया गया। इस पार्टी के अध्यक्ष खुद अमृतपाल को बनाया गया, हालांकि वे अभी भी डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
पार्टी को संचालन के लिए एक कमेटी बनाई गई, जिसने पंजाब में मेंबरशिप ड्राइव शुरू कर दी है।
क्या NSA हटेगा या जारी रहेगा? 22 मार्च को होगा बड़ा फैसला
अब सभी की नजरें पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में 22 मार्च को होने वाली सुनवाई पर हैं। अगर सरकार NSA हटाने का फैसला लेती है, तो अमृतपाल और उनके साथियों की जेल से रिहाई संभव हो सकती है। लेकिन अगर NSA जारी रहा, तो उनकी रिहाई मुश्किल होगी।
इस केस पर पंजाब सरकार की अगली कार्रवाई और अदालत के फैसले का सभी को बेसब्री से इंतजार है।