The News Air- हिमाचल प्रदेश में ज़िला मंडी और बिलासपुर की सीमा पर पड़ते सलापड़ में चंडीगढ़ से आई अवैध शराब को पीने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग ज़िंदगी और मौत के बीच ज़ंग लड़ रहे हैं। मृतकों के परिजनों का कहना है कि चारों ने मंगलवार रात को शराब पी थी। शराब पीने के कुछ ही देर बाद इनकी हालत बिगड़ने लगी। इन्हें आनन-फानन में अस्पताल में पहुंचाया गया जहां पर चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल तक जाने का टाइम नहीं मिला
शराब इतनी ज़हरीली थी कि इन चारों को अस्पताल तक भी नहीं पहुंचने दिया। जबकि ज़हरीली शराब के शिकार तीन अन्य को पहले परिजन सुंदरनगर में उपमंडलीय अस्पताल में लेकर आए थे लेकिन हालत ठीक न होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें नेरचौक स्थित मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया है। मेडिकल कॉलेज में तीनों की हालत नाज़ुक बनी हुई है तथा चिकित्सकों ने उन्हें ऑब्जर्वेशन पर रखा हुआ है।
इनकी हुई मौत
मरने वालों में एक टैक्सी चालक, एक बस चालक और पंचायत समिति सुंदरनगर के पूर्व अध्यक्ष सतीश ठाकुर का भाई भी शामिल है। मृतकों में चेतराम (47) पुत्र चमनु राम, सुदेश कुमार(49) पुत्र हेम चंद निवासी सलापड़, लाल सिंह (55) पुत्र मनी राम गांव सुदाहण और काला राम निवासी कांगू शामिल हैं। जबकि तीन लोगों को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है वह देहवीं और कांगू के बताए जा रहे हैं।
एएसपी बोले-चंडीगढ़ से आई थी शराब
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा ने कहा कि चारों की मौत अवैध रूप से लाई गई ज़हरीली शराब पीने से हुई है। अभी फ़िलहाल पता यह चला है कि यह शराब तस्करी कर चंडीगढ़ की तरफ़ से लाई गई थी। पुलिस इसकी जांच कर रही है और तस्करों का भी पता लगाया जा रहा है। फ़िलहाल पुलिस ने उन शराब की बोतलों को कब्ज़े में ले लिया, जिनसे मरने वालों ने शराब का सेवन किया था।
जिससे हुई मौतें, उसकी डिमांड ज़्यादा
अवैध शराब को लेकर पुलिस ने छापेमारी अभियान भी चला दिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिछले कई दिनों से सलापड़ क्षेत्र में चोरी छिपे चंडीगढ़ से शराब लाकर बेची जा रही थी। इन्हों ने इसी शराब का सेवन किया था। बताया जा रहा है क्षेत्र में इस शराब की मांग ज़्यादा हो गई थी, इससे ज्या द नशा होने की बात कही जा रही है।