Ludhiana Poisonous Liquor Deaths की खबर ने पूरे पंजाब (Punjab) को झकझोर दिया है। लुधियाना (Ludhiana) के नूरवाला रोड (Noorwala Road) स्थित संन्यास नगर (Sanyas Nagar) में बुधवार की रात देसी शराब पीने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई। परिजनों को संदेह है कि मौत का कारण जहरीली शराब है। इस घटना को लेकर कांग्रेस (Congress) नेता भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) ने सरकार को निशाने पर लिया है और कहा है कि सरकार नशे को रोकने में पूरी तरह विफल रही है। पहले चिट्टा बिकता था, अब जहरीली शराब जानें ले रही है।
मृतकों की पहचान रिंकू (Rinku), देबी (Debi) और मंगू (Mangu) के रूप में हुई है, जो सभी संन्यास नगर (Sanyas Nagar) के निवासी थे। रिंकू की भाभी पारो (Paro) ने बताया कि रिंकू एक खाली प्लॉट में अपने दो दोस्तों के साथ शराब पी रहा था। शराब पीने के तुरंत बाद तीनों बेहोश हो गए और उनके मुंह से झाग निकलने लगी।
परिवारवालों ने बताया कि एक राहगीर ने उन्हें सूचना दी, जिसके बाद वे रिंकू को सिविल अस्पताल (Civil Hospital) लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाकी दोनों लोगों को भी अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन उनकी भी मौत हो गई। रिंकू की पत्नी की कुछ वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है, और उसके तीन बच्चे हैं—एक बेटा और दो बेटियां।
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा (Swapan Sharma) ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन शुरुआती जांच में यह मामला संदिग्ध जहर का लग रहा है। उन्होंने बताया कि मेथनॉल (Methanol), जो नकली शराब में प्रयोग होता है, उससे झाग नहीं बनती, इसलिए अन्य जहरीले पदार्थों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
देबी के भाई करतार सिंह (Kartar Singh) ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में चिट्टा और शराब खुलेआम बिक रही है। उन्होंने कहा, “पहले मजीठा (Majitha) में लोग मरे, अब यहां मर रहे हैं। कोई सरकारी प्रतिनिधि तक नहीं आया।”
संन्यास नगर (Sanyas Nagar) के एक दुकानदार ने भी नशे की उपलब्धता को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि यहां पर नशेड़ियों की भीड़ हमेशा रहती है। उन्होंने बताया कि मृतक मंगू एक सीधा-सादा इंसान था, जो सिर्फ कभी-कभार शराब पीता था।
मंगू के चाचा सुरिंदर पाल (Surinder Pal) ने बताया कि शराब पीते ही मंगू को उल्टी, घबराहट और बेहोशी होने लगी। जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीनों मृतक एक ही गली के स्थानीय निवासी थे, जिससे इलाके में डर का माहौल है।
इस घटना ने नशा विरोधी अभियान की असफलता और सरकार की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि दोषियों की जल्द से जल्द पहचान की जाए और नकली शराब की आपूर्ति पर रोक लगाई जाए।