MS Dhoni Batting Advice IPL 2025 की इस सीज़न में उस वक्त चर्चा में आया जब उन्होंने 17 गेंदों में मात्र 16 रन बनाने के बाद युवा खिलाड़ियों को 200+ स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करने का मंत्र दिया। चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के लिए यह आईपीएल सीज़न बेहद निराशाजनक रहा है। 5 बार की चैंपियन टीम इस बार अंक तालिका में सबसे नीचे है। मंगलवार को खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ टीम को हार का सामना करना पड़ा।
इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने धीमी पारी खेली, लेकिन इसके बाद उन्होंने युवाओं को जो सलाह दी, वह क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर कोई बल्लेबाज 200 से अधिक स्ट्राइक रेट बनाए रखना चाहता है, तो निरंतरता एक चुनौती होगी, लेकिन मनोबल और सोच की स्थिरता से यह संभव हो सकता है।
धोनी ने अपने अनुभव के आधार पर वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) और आयुष म्हात्रे (Ayush Mhatre) जैसे युवा खिलाड़ियों को दबाव से बचने और उम्मीदों को समझदारी से संभालने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “जब आपसे अपेक्षाएं बढ़ जाएं, तब घबराएं नहीं। सीनियर खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ से लगातार सीखते रहें और गेम को गहराई से समझें। यह सब आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा।”
43 साल के धोनी ने इस सीजन अब तक 13 मैचों में 196 रन बनाए हैं, और उनका स्ट्राइक रेट 135.17 रहा है। मंगलवार के मैच में उन्होंने सिर्फ एक बाउंड्री लगाई थी। हालांकि उनकी पारी धीमी रही, लेकिन उनके अनुभव ने युवा खिलाड़ियों के लिए एक गाइडलाइन पेश कर दी है कि कैसे बड़ी स्ट्राइक रेट के साथ निरंतरता बनाए रखी जा सकती है।
इस मैच में सीएसके (CSK) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 187 रन बनाए। युवा बल्लेबाज आयुष म्हात्रे (Ayush Mhatre) ने 20 गेंदों में 43 रन की तेज़तर्रार पारी खेली। वहीं 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने 33 गेंदों पर 57 रन बनाकर सबका ध्यान आकर्षित किया। लेकिन राजस्थान ने जवाब में लक्ष्य को 18वें ओवर में ही हासिल कर लिया।
धोनी की यह सलाह आने वाले मैचों और भविष्य के आईपीएल सीज़न के लिए युवा बल्लेबाजों को मानसिक रूप से तैयार करने में अहम भूमिका निभा सकती है। क्रिकेट सिर्फ फिजिकल स्किल्स नहीं, बल्कि माइंड गेम भी है — और इस बात को धोनी ने फिर से साबित कर दिया।