Overall Exports in FY23 : वित्त वर्ष 2022-23 में कुल निर्यात बढ़कर 770 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इसने सरकार द्वारा तय एनुअल टारगेट को भी पार कर लिया है। कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बर्थवाल ने आज 13 अप्रैल को यह जानकारी दी। बर्थवाल ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि FY23 का निर्यात लक्ष्य 750 अरब डॉलर का था। इसका मतलब है कि सरकार के तय लक्ष्य से 20 अरब डॉलर अधिक निर्यात हुआ है। इसके पहले FY22 में कुल 676 अरब डॉलर का निर्यात दर्ज किया गया था। इस तरह निर्यात में लगभग 14 फीसदी का उछाल देखने को मिला है।
कॉमर्स सेक्रेटरी ने कहा कि मंदी की स्थिति और हालात अनुकूल नहीं होने के बावजूद भारत ने निर्यात में सालाना 94 अरब डॉलर की छलांग लगाई है। वित्त वर्ष के दौरान कुल व्यापारिक निर्यात (Merchandise Exports) 422 अरब डॉलर का रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है। FY23 में सर्विसेज का एक्सपोर्ट भी 27.16 फीसदी बढ़कर 323 अरब डॉलर हो गया, जबकि FY22 में यह 254 अरब डॉलर था।
पेट्रोलियम निर्यात के मामले में 40 फीसदी की तेज उछाल दर्ज की गई। हालांकि, FY23 के दौरान इंजीनियरिंग गुड्स, कॉटन, हैंडलूम प्रोडक्ट, प्लास्टिक और लिनोलियम, आयरन ओर और रत्न और आभूषण की कैटेगरी में निर्यात में मामूली गिरावट दर्ज की गई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात नई ऊंचाई पर पहुंचा है और 2022-23 में 14 प्रतिशत बढ़कर 770 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले 676 अरब डॉलर था। मंत्री ने रोम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत के निर्यात का प्रदर्शन शानदार रहा है। देश से कुल निर्यात 2022-23 में 770 अरब डॉलर की नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह 14 प्रतिशत अधिक है। 2020 में यह 500 अरब डॉलर तथा 2021-22 में 676 अरब डॉलर था।’’
आयात 17.38 फीसदी बढ़ा
इस बीच, वाणिज्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2023 में देश का कुल आयात 17.38 फीसदी बढ़ा है। इंपोर्ट में यह बढ़ोतरी पेट्रोलियम सहित क्रुड प्रोडक्ट्स के अधिक आयात के चलते देखने को मिली है। इसके साथ ही कोल, कोक, ब्रिकेट (Briquettes) और ट्रांसपोर्ट इक्विपमेंट के आयात में भी उछाल दर्ज किया गया। वित्त वर्ष के दौरान रूस से आयात सबसे अधिक 396.44 फीसदी की दर से बढ़ी है। पेट्रोलियम आयात में वृद्धि के कारण ऐसा हुआ है।