Haryana News: हरियाणा में बाढ़ ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है। प्रदेश के 12 जिले बाढ़ग्रस्त घोषित कर दिए गए हैं। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, सिरसा, फतेहाबाद, फरीदाबाद और पलवल शामिल हैं। वहीं बाढ़ से 500 करोड़ का नुकसान हुआ है।सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने एलान किया कि बाढ़ से जान गंवाने वाले और अपंग हुए लोगों, घर गंवाने वाले परिवारों तथा दुधारू व दूसरे पशुओं को खाने वाले लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। उन किसानों को भी सरकार मुआवजा देगी, जिनकी फसलें बाढ़ से बर्बाद हुई हैं।
हालांकि किसानों का मुआवजा मिलने में अभी समय लग सकता है। सरकार खेतों से जलनिकासी की कोशिश में है ताकि उनमें दोबारा से बिजाई हो सके। मुख्यमंत्री ने माना कि करीब 18 हजार एकड़ में फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं और अब दोबारा बिजाई की भी कम ही संभावना है। इनमें पशुओं का हरा चारा, सब्जियों के अलावा कपास, मक्का व दलहन आदि की फसलें हैं। जिन खेतों में बिजाई नहीं हो पाएगी या फिर जहां पूरी फसल बर्बाद हो गई है, वहां किसानों को 15 हजार रुपये एकड़ मुआवजा दिया जाएगा।
जिन लोगों के मकान गिरे हैं या क्षतिग्रस्त हुए हैं, क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी डिटेल अपलोड कर सकेंगे। वहीं बाढ़ पीड़ितों के लिए पोर्टल खोल दिया गया है जो 20 अगस्त तक खुला रहेगा। इसी तरह बाढ़ के दौरान मारे गए व घायल हुए लोगों तथा पशुओं की मृत्यु की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। पोर्टल पर आवेदन करने वाले लोगों के नुकसान का सत्यापन डीसी की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी।






