The News Air: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न स्थानों से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के एक रिटायर्ड अधिकारी के अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उनसे 1.8 करोड़ रुपये वसूले थे। ठगी की रकम के लिए 20 से ज्यादे बैंक अकाउंट इस्तेमाल किए गए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जारिफ, नीरज एवं अजीत सिंह को गिरफ्तार कर मामले का भंडाफोड़ किया है।
विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि इंटर स्टेट सेल (ISC) को सूचना मिली थी कि ITBP के एक रिटायर्ड कमांडेंट ने पिछले सप्ताह वसंत कुंज (दक्षिण) पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 379 के तहत मामला दर्ज किया था। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि व्हाट्सएप पर एक महिला ने उनके अश्लील वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी थी।
इसके बाद उसे एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का एक इंस्पेक्टर बताया। फिर सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो को ब्लॉक करने के बहाने पैसे की उगाही की। बाद में जबरन वसूली करने वाले गिरोह के सदस्यों ने दावा किया कि जिस महिला ने पुरुष को बुलाया था उसने राजस्थान में खुदकुशी कर ली है। उन्होंने उसे यह भी बताया कि अब उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने उससे कुल 1.8 करोड़ रुपये वसूल लिए।
उन्होंने कहा कि कई टीमों ने जानकारी एकत्र की और कम से कम 200 मोबाइल फोन के डिटेल्स का विश्लेषण किया और विभिन्न बैंकों के 20 से अधिक बैंक अकाउंट्स का डिटेल्स प्राप्त किया। बैंक अकाउंट्स के डिटेल्स के विश्लेषण के बाद यह पता चला कि अपराधियों ने अधिकारी से लगभग 1.80 करोड़ रुपये वसूले थे। आरोपी मथुरा और भरतपुर से अलग-अलग मोबाइल फोन नंबरों से गिरोह का संचालन करते थे।
3 आरोपी गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच की टीमों ने मथुरा (यूपी) और भरतपुर (राजस्थान) में एक साथ छापेमारी की और तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों की पहचान भरतपुर के मोहम्मद जरीफ (30), मथुरा के नीरज कुमार (22) और अजीत सिंह (23) के रूप में हुई है। यादव ने यह भी कहा कि जरीफ गिरोह का सरगना था, जबकि कुमार और सिंह उसके सहयोगी थे।
अधिकारी ने दर्ज कराई थी शिकायत
ITBP के रिटायर्ड कमांडेंट ने दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस को शिकायत दी थी कि वह व्हाट्सएप के जरिए एक युवती के संपर्क में आए थे। कुछ दिन युवती से बात हुई। इसके बाद वीडियो कॉल होने लगी। कुछ दिन बाद युवती ने अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद पीड़ित के पास फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर रामकुमार मल्होत्रा बताते हुए पैसे ठग लिए।
इसके बाद गैंग के सदस्यों ने पीड़ित को फोन किया कि जिस युवती से बात करते थे उसने खुदकुशी कर ली है। ऐसे में उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो रहा है। इसके बाद आरोपियों ने सीनियर पुलिस अधिकारी एवं गृहमंत्रालय का अधिकारी बताकर मामले को रफादफा करने की बात कहकर और पैसे ऐंठ लिए। इस तरह आरोपियों ने 1.80 करोड़ रुपये वसूल लिए। इसके बाद भी आरोपी पैसे मांग रहे थे। पीड़ित की शिकायत पर वसंतकुंज (साउथ) थाने में मामला दर्ज किया गया।