कोटपूतली (राजस्थान): 31 दिसंबर (The News Air) राजस्थान के कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन साल की बच्ची चेतना को बचाने का रेस्क्यू ऑपरेशन नौवें दिन भी जारी है। चेतना करीब 120 फीट की गहराई पर फंसी हुई है, और अब तक उसे बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिल पाई है। 23 दिसंबर को हुए इस हादसे के बाद से बच्ची के परिवार और स्थानीय लोगों में चिंता और निराशा बढ़ती जा रही है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के जवान और प्रशासन दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। यह ऑपरेशन राजस्थान के अब तक के सबसे कठिन बचाव अभियानों में से एक माना जा रहा है। जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने इसे “तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण” बताया है।
रेस्क्यू की चुनौतियां और प्रयास:
- चेतना 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरने के बाद पहले 150 फीट पर फंसी थी। देसी उपायों से उसे 30 फीट ऊपर खींचा गया, लेकिन अब वह 120 फीट की गहराई में फंसी है।
- रेस्क्यू टीम ने सुरंग खोदने के लिए गड्ढा बनाया है, जहां से दो जवान रोटेशन में गहराई तक पहुंच रहे हैं।
- ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार जारी है, लेकिन गहराई और संकीर्णता के कारण जवानों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है।
- चेतना की हालत गंभीर है, क्योंकि उसे पिछले कई दिनों से खाना और पानी नहीं मिल पाया है।
परिवार का आक्रोश: परिजनों ने प्रशासन पर समय पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और बचाव कार्य में किसी भी लापरवाही का सवाल नहीं है।
स्थानीय समर्थन और चिंता: स्थानीय ग्रामीण और लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर इकट्ठा हैं। वे लगातार बच्ची की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, चेतना की हालत को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।
आगे का रास्ता: एनडीआरएफ की टीमें और जिला प्रशासन बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। इस ऑपरेशन में तकनीकी सहायता और मानव प्रयास का समन्वय सुनिश्चित किया जा रहा है।
आशा है कि चेतना को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।