Zelenskyy on Putin – रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध का अंत फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। इस तनावपूर्ण माहौल के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने क्रिसमस के मौके पर एक ऐसा बयान दिया है, जिसने सबको चौंका दिया है। युद्ध के बीच यह यूक्रेन का चौथा क्रिसमस है, और इस मौके पर जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए परोक्ष रूप से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए ‘मौत की दुआ’ मांगी है। उन्होंने कहा, “हम हर दिन सोचते हैं कि काश वो मर जाए।”
बिना नाम लिए पुतिन पर सीधा हमला
जेलेंस्की ने अपने वीडियो संदेश में किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन की ओर था। उन्होंने कहा, “आज हम सभी एक ही सपना देखते हैं और हम सभी एक ही दुआ करते हैं… काश वो मर जाए। जैसा कि हर कोई अपने मन में कहता है।” यह बयान हाल ही में रूस द्वारा यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से किए गए हमलों के बाद आया है, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और कई इलाकों में बिजली गुल हो गई थी।
‘रूस हमारे दिलों पर कब्जा नहीं कर सकता’
जेलेंस्की ने अपने संदेश में यूक्रेन के लोगों के अदम्य साहस और एकता की तारीफ की। उन्होंने कहा, “रूस ने चाहे हमें कितनी भी पीड़ा क्यों न दी हो, वो उस चीज पर कब्जा करने या बम ब्लास्ट करने में सक्षम नहीं है जो हमारे लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है। वो है हमारा यूक्रेनी हृदय, एक-दूसरे पर हमारा विश्वास और हमारी एकता।”
शांति की प्रार्थना और संघर्ष का संकल्प
अपने देशवासियों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि जब वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, तो वे यूक्रेन के लिए शांति की मांग करते हैं। उन्होंने कहा, “हम हर उस बात के लिए संघर्ष करते हैं और प्रार्थना करते हैं जिसके हम हकदार हैं।” उनका यह संदेश युद्ध से जूझ रहे यूक्रेन के लोगों के लिए एक भावनात्मक अपील और हौसला बढ़ाने वाला था।
ट्रंप की कोशिशें और जेलेंस्की की जिद
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार युद्ध विराम की कोशिशें कर रहे हैं और अपना ‘पीस प्लान’ लेकर आए हैं। ट्रंप ने दावा किया है कि पुतिन ने उनका प्रस्ताव पढ़ लिया है, लेकिन जेलेंस्की इसे पढ़ने में झिझक रहे हैं, जिससे वे नाराज हैं। जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि वे यूक्रेन के किसी भी क्षेत्र को रूस को नहीं देंगे, जबकि पुतिन ने भी स्पष्ट कर दिया है कि रूस अपना दावा नहीं छोड़ेगा। दोनों नेताओं के इस अड़ियल रुख के कारण युद्ध का समाधान फिलहाल मुश्किल नजर आ रहा है।
आम आदमी पर युद्ध का असर
रूस-यूक्रेन युद्ध ने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। जेलेंस्की का यह बयान दर्शाता है कि युद्ध की विभीषिका ने न केवल भौतिक नुकसान पहुँचाया है, बल्कि लोगों के दिलों में भी गहरी नफरत और दर्द भर दिया है। बिजली गुल होना और लगातार हमले आम यूक्रेनी नागरिकों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी को नरक बना रहे हैं।
विश्लेषण: हताशा और दृढ़ संकल्प का मिश्रण (Expert Analysis)
जेलेंस्की का यह बयान एक राष्ट्र प्रमुख के तौर पर उनकी हताशा और दृढ़ संकल्प, दोनों को दर्शाता है। ‘काश वो मर जाए’ जैसा सीधा बयान देना कूटनीतिक मर्यादाओं के विपरीत हो सकता है, लेकिन यह युद्ध की भयावहता और पुतिन के प्रति यूक्रेन के लोगों के गहरे गुस्से को भी उजागर करता है। यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश भी है कि यूक्रेन झुकने को तैयार नहीं है, भले ही उसे कितनी भी कीमत चुकानी पड़े। ट्रंप की शांति की कोशिशों के बीच, जेलेंस्की का यह आक्रामक रुख बातचीत की मेज पर उनकी स्थिति को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है।
जानें पूरा मामला (Background)
रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से युद्ध जारी है। यह संघर्ष अब अपने चौथे साल में प्रवेश कर चुका है। इस युद्ध में हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। पश्चिमी देश यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे हैं, जबकि रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बातचीत विफल रही है, और युद्ध का कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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क्रिसमस पर जेलेंस्की ने बिना नाम लिए पुतिन के लिए ‘मौत की दुआ’ मांगी।
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उन्होंने कहा कि हर यूक्रेनी यही सोचता है कि ‘काश वो मर जाए’।
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यह बयान रूस द्वारा हाल ही में किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद आया है।
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जेलेंस्की ने कहा कि रूस यूक्रेन के लोगों के दिलों और एकता पर कब्जा नहीं कर सकता।
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ट्रंप की शांति की कोशिशों के बीच जेलेंस्की ने अपने क्षेत्रों को छोड़ने से इनकार किया है।






