Astrological Remedies 2026: क्या आप जानते हैं कि आने वाला साल 2026 आपके लिए खुशियों की सौगात लेकर आ सकता है, बस जरूरत है ग्रहों की चाल को समझने और सही उपाय करने की। साल 2026 को यादगार और शुभ बनाने के लिए राशि अनुसार किए गए छोटे-छोटे उपाय न केवल ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करेंगे, बल्कि आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि के द्वार भी खोलेंगे।
‘मेष और वृषभ राशि के लिए महाउपाय’
मेष राशि वालों को 2026 में मंगल की शांति के लिए हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और मसूर की दाल का दान करना चाहिए। नकारात्मक विचारों से बचने के लिए गले में तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना बेहद लाभकारी होगा। आर्थिक सुधार के लिए घर में श्री यंत्र स्थापित करें और अनार के दानों से अर्चन करें। वहीं, वृषभ राशि के जातकों को मन की मजबूती के लिए शरीर के ऊपरी हिस्से (गर्दन या कलाई) में चांदी धारण करनी चाहिए। वैवाहिक जीवन में सुख के लिए घर में सत्यनारायण की कथा करवाएं और रिश्तों में तनाव कम करने के लिए छह मुखी रुद्राक्ष पहनें।
‘मिथुन और कर्क राशि: गाय सेवा और शिव अभिषेक’
मिथुन राशि वालों के लिए 2026 में गाय की सेवा सबसे बड़ा उपाय है। सप्ताह में एक बार गौशाला जाकर गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं। विद्यार्थियों को हरी मूंग का दान करना चाहिए। शनि देव की कृपा पाने के लिए मूर्ति पूजा के बजाय पीपल के पेड़ की उपासना करें। कर्क राशि के लोग भाग्य का साथ पाने के लिए माथे पर मलयगिरी चंदन और केसर का तिलक लगाएं। मन की शांति के लिए चांदी के लोटे से चंद्रमा को दूध का अर्घ्य दें और दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें। पश्चिम दिशा में शमी का पौधा लगाना भी शुभ रहेगा।
‘सिंह और कन्या राशि: सूर्य और गणेश उपासना’
सिंह राशि वालों पर शनि की ढैया का प्रभाव रहेगा, इसलिए रविवार को बंदरों को भीगे चने और गुड़ खिलाएं। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ‘ऊँ घृणि सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करें और एक या पांच मुखी रुद्राक्ष पहनें। कन्या राशि के लोग किस्मत का साथ पाने के लिए काली गाय को रोटी और गुड़ खिलाएं। बुध की मजबूती के लिए गणेश जी की पूजा करें और चार मुखी रुद्राक्ष धारण करें। सेहत अच्छी रखने के लिए शिवलिंग पर कच्चे दूध से अभिषेक करना फलदायी रहेगा।
‘तुला और वृश्चिक राशि: संगत और दान का महत्व’
तुला राशि वालों को सबसे पहले गलत संगत से बचना होगा। आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए शुक्र यंत्र की स्थापना करें और छह मुखी रुद्राक्ष पहनें। घर की नेगेटिविटी दूर करने के लिए ड्राइंग रूम के दक्षिण-पश्चिम कोने में सेंधा नमक रखें। वृश्चिक राशि के जातक तनाव से मुक्ति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष पहनें और शनिवार को मंदिर में साबुत बादाम चढ़ाएं। साल के शुरू में गाय का घी और कपूर दान करना शुभ रहेगा।
‘धनु और मकर राशि: शिव और शक्ति की आराधना’
धनु राशि वाले पारिवारिक रिश्तों में मजबूती के लिए भगवान शिव की उपासना करें। मानसिक शांति के लिए शनिवार को कौवे या भैंसे को मीठे चावल खिलाएं और पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करें। मकर राशि वालों को सुख-सौभाग्य के लिए शुक्रवार को दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। घर में नमक के पानी का पोछा लगाएं और सात या चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
‘कुंभ और मीन राशि: शनि और गुरु के उपाय’
कुंभ राशि वाले शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में हैं। उन्हें शनिवार को बरगद के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए और वहां की गीली मिट्टी का तिलक लगाना चाहिए। सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें और शनि यंत्र की पूजा करें। मीन राशि के जातक भी बरगद की जड़ में मीठा दूध चढ़ाकर मिट्टी का तिलक करें। गुरु ग्रह की कृपा के लिए गुरुवार को पीले कपड़े पहनें और चने की दाल का दान करें। पांच मुखी रुद्राक्ष पहनना इनके लिए शुभ होगा।
‘सूर्य को अर्घ्य देने का सही तरीका’
सूर्य को जल चढ़ाते समय अगर आप उसमें मीठा (गुड़/चीनी) नहीं डाल रहे हैं, तो तांबे के लोटे का प्रयोग करें। जल में रोली, चावल और लाल फूल डालें। पूर्व दिशा की ओर मुख करके ‘ऊँ ब्रह्म स्वरूपिणे सूर्यनारायणाय नम:’ मंत्र बोलते हुए तीन बार में जल गिराएं। ध्यान रहे कि लोटे से गिरता जल सीधे सूर्य को समर्पित होता है, इसलिए जमीन पर गिरने की चिंता न करें।
‘शनि की मूर्ति घर में न रखें’
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को काली चीजें, चमड़ा या लोहे का सामान न खरीदें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घर में कभी भी शनि देव की मूर्ति या तस्वीर न रखें। शनि की पूजा हमेशा घर के बाहर सार्वजनिक मंदिर या पीपल के पेड़ के नीचे ही करनी चाहिए। घर में शनि की मूर्ति रखना विपत्तियों को निमंत्रण देने जैसा है।
‘जानें पूरा मामला’
वर्ष 2026 में ग्रहों के गोचर और उनकी स्थितियों के आधार पर पंडित सुरेश पांडेय ने कालचक्र में 12 राशियों के लिए विशेष उपाय बताए हैं। इन उपायों का उद्देश्य आने वाले साल में स्वास्थ्य, धन और पारिवारिक सुख को बढ़ाना है। इसमें मंत्रों के जाप, रुद्राक्ष धारण करने और दिनचर्या में छोटे बदलावों के माध्यम से ग्रहों को अनुकूल बनाने पर जोर दिया गया है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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मेष से मीन तक: हर राशि के लिए विशेष रुद्राक्ष और मंत्र 2026 में भाग्य बदल सकते हैं।
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शनि पूजा नियम: घर में शनि की मूर्ति या तस्वीर रखना वर्जित है; पूजा हमेशा घर के बाहर करें।
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रुद्राक्ष: रुद्राक्ष एक ऐसी माला है जिस पर किसी भी देवता का मंत्र जपा जा सकता है।
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सूर्य अर्घ्य: बिना मीठा मिलाए जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का ही प्रयोग करें।






