Japan Airlines Baggage Technique: किसी भी वेकेशन के लिए जाना हो तो पैकिंग करना एक भारी भरकम काम लगता है। ऊपर से अगर सूटकेस बैगेज लिमिट से ज्यादा हो जाए तो ये और भी बड़ी मुसीबत बन जाता है। अगर आपको ये कहा जाए कि ट्रैवल के लिए सूटकेस ले जाना जरूरी नहीं है? तो आप कहेंगे कि फिर हम वेकेशन पर पहनेंगे क्या? बता दें कि जापान ने भारी भरकम सूटकेस की फ्लाइट्स पर बढ़ती मात्रा को देखते हुए एक अहम फैसला लिया है। ऐसे में जर्नी के एक्सपीरिएंस को और शानदार बनाने के लिए एक जापानी वेबसाइट इन दिनों चर्चा में है।
नहीं ज्यादा सामान ले जाने का झंझट
जापान एयरलाइंस से अगर यात्रा करने जा रहे हैं तो सिर्फ अपना टुथब्रश और स्किन केयर प्रोडक्ट्स ही कैरी कीजिए। बाकि आप यात्रा के दौरान कब क्या पहनेंगे ये सब पहले से ही आपके लिए कोई और डिसाइड करेगा। दरअसल एयरलाइन ने यात्रा के दौरान आपके लिए कैपसूल वार्डरोब की सुविधा शुरू की है। इस वार्डरोब कैपसूल को आप दो हफ्ते तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
वेबसाइट पर जाकर पैकेज करें सिलेक्ट
यात्रियों को करना बस इतना है कि Any Wear Anywhere वेबसाइट पर जाना है और जैसे भी कपड़े पहनने हैं वो सिलेक्ट कर लेने हैं। कैजुअल, फॉर्मल, मिक्स जैसा भी पसंद हो चुन लीजिए। इस वेबसाइट पर आप छह टॉप और तीन बॉटम सिलेक्ट कर सकते हैं। आप मौसम के हिसाब से अपने लिए कपड़े डिसाइड कर पाएंगे। पुरुषों के लिए तैयार किए गए समर पैक जिसमें तीन टॉप और दो बॉटम है की कीमत लगभग 4000 येन 2,325 रुपए है। आप S से लेकर डबल एल साइज तक चुन सकते हैं। ये सारा आपके लिए एक महीना एडवांस में बुक कर लिया जाएगा।
होटल पर पहुंच जाएगा सामान
एक बार आपका ये रेंटल कैपसूल बुक हो जाए फिर ये आपके होटल या जिस भी एड्रेस पर आप चाहें आपको मिल सकता है। बाद में आप इस बैग को डिपार्चर के समय पर वापिस कर सकते हैं। इसके बाद सारी ड्रेसेस, शॉर्ट्स को दोबारा लॉन्ड्री में भेजा जाता है ताकि फिर से इसे रेंटल सिस्टम में जोड़ा जा सके। जापान एयरलाइंस ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया कि ट्रैवल को इकोनॉमिक बनाने के लिए ये टेक्निक काफी असरदार है।
ट्राएल के लिए लॉन्च हुई सर्विस
जापान एयरलाइन ने इस सर्विस को ट्राएल पर लॉन्च कर दिया है। इस सर्विस का ऐम है कि तेल का इस्तेमाल थोड़ा कम हो और एयर ट्रैवल की वजह से होने वाली कार्बन आउटपुट को कम किया जा सके। JAL के पार्टनर इंचार्ज लॉजिस्टिक ने बताया कि एक यात्री दस किलो से कम बैगेज के साथ यात्रा करना शुरू कर दे तो वो अपनी ट्रिप पर होने वाले कार्बन एमिशन को 7.5 किलो से कम कर सकते हैं। ये टेस्ट फेज 31 अगस्त 2024 तक जारी रहेगा। इस दौरान एयरलाइन रेंटल सर्विस लेने वालों का बैगेज का भार चेक करेगी और देखेगी कि कार्बन एमिशन कितना कम हुआ है।
लोगों की फेवरेट डेस्टिनेशन बनी जापान
जापान ने ये जरिया इसलिए चुना है क्योंकि कोरोना की महामारी के बाद से लगातार टूरिस्टों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इंटरनेशनल बॉर्डर खुलने से इंटरनेशनल अराइवल बढ़कर 19 लाख हो गया है। महामारी के बाद से ट्रैवल 70 प्रतिशत से भी अधिक हुआ है।