IDC का डिटेल्ड डेटा बताता है कि 200 अमेरिकी डॉलर से कम वाले सेगमेंट की हिस्सेदारी एक साल पहले की तुलना में 70% से घटकर 65% हो गई, जो साल-दर-साल 11% कम है। मिड-रेंज सेगमेंट (200 से 400 अमेरिकी डॉलर) 22% हिस्सेदारी के साथ स्थिर रहा, जबकि मिड से हाई-एंड सेगमेंट (400 से 600 अमेरिकी डॉलर) में 5% हिस्सेदारी के साथ, इस साल की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 34% की बढ़ोतरी हुई। प्रीमियम सेगमेंट (600 अमेरिकी डॉलर से अधिक) में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई, जो सालाना आधार पर 75% बढ़कर कुल 9% शेयर पर पहुंच गया।
इस साल की दूसरी तिमाही में 366 अमेरिकी डॉलर के ASP के साथ 17 मिलियन 5G स्मार्टफोन शिप किए गए, जो सालाना आधार पर 3% कम है। Samsung, Vivo और OnePlus 54% की कुल हिस्सेदारी के साथ 5G सेगमेंट में लीड कर रहे थे। Apple का iPhone 13 और OnePlus का Nord CE3 Lite इस साल की दूसरी तिमाही में सबसे ज्यादा शिप किए गए 5G मॉडल थे।
रिपोर्ट आगे बताती है कि ऑनलाइन चैनल पर कुल शिपमेंट में साल-दर-साल 15% की गिरावट आई, जबकि ऑफलाइन चैनल में 11% की बढ़ोतरी हुई, जो 54% हिस्सेदारी तक पहुंच गया। Xiaomi और realme जैसे ऑनलाइन-हेवी प्लेयर्स के लिए अपेक्षाकृत कम शिपमेंट ने इस गिरावट को बढ़ा दिया।
929 अमेरिकी डॉलर के सबसे हाई ASP के साथ Apple ने सालाना आधार पर 61% की भारी बढ़ोतरी दर्ज की। OnePlus ने भी 61% की अच्छी वृद्धि दर्ज की, हालांकि इसका ASP साल-दर-साल 14% गिरकर 346 अमेरिकी डॉलर हो गया। POCO ने अपने बेहद किफायती C सीरीज मॉडल के साथ टॉप 10 ब्रांडों में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखी। Vivo (iQOO को छोड़कर) बाजार में लीडर बनकर उभरा, जो इसके V सीरीज मॉडल्स की बदौलत हुआ। इसके बाद, Samsung का स्थान रहा, जिसने अपने हाई-एंड पोर्टफोलियो पर फोकस किया।