उत्तराखंड, 26 फरवरी (The News Air) उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक सिविलयन के ट्रैफिक चलाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि इस व्यक्ति ने ट्रैफिक नियम तो तोड़ा, लेकिन उसके चालान भुगतने के पैसे नहीं थे. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने उसकी चौराहे पर खड़े होकर चार घंटे तक ट्रैफिक चलाने की जिम्मेदारी सौंप दी.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक पुलिस की अजब कहानी है. पुलिस कर्मी यहां चौराहों पर खुद ड्यूटी करने के बजाय सुबह सुबह किसी को नियम तोड़ते हुए पकड़ते हैं और दंड स्वरुप उस व्यक्ति को चार घंटे तक ट्रैफिक चलाने की जिम्मेदारी सौंप कर खुद गायब हो जाते हैं. ऐसा ही एक माजरा शहर में रविवार को घंटाघर चौराहे पर देखने को मिला. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है.
चौराहे पर ट्रैफिक चला रहे इस युवक ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस ने सुबह उसे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के आरोप में पकड़ा था. उस समय एक अन्य व्यक्ति ट्रैफिक चला रहा था, लेकिन उसके चार घंटे पूरे हो गए थे. इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने उसे ट्रैफिक चलाने की जिम्मेदारी दे दी और खुद पुलिस वाले यहां से चले गए. युवक ने बताया कि चार घंटे बाद पुलिस वापस किसी और को पकड़ कर यहां ड्यूटी पर लगा देगी. इसके बाद वह भी अपने घर जा सकेंगे.
पुलिस ने बताया अनोखी पहल : दूसरी ओर, पुलिस इस व्यवस्था को एक नई पहल बता रही है. पुलिस के मुताबिक लोगों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुकता लाने और सड़क पर चलने में आने वाली कठिनाइयों को समझाने के लिए यह एक अनोखी पहल है. बताया कि चौराहों पर उन्हीं लोगों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जो चालान की राशि जमा करने में असमर्थ होते हैं. वहीं जो लोग चालान राशि का भुगतान कर देते हैं, उन्हें छोड़ दिया जाता है.
ढाई हजार का चालान जमा नहीं करने पर सजा : बता दें कि देहरादून की सड़कों पर ट्रैफिक नियम तोड़ने के मामलों में कमी आती नजर नहीं आ रही. इन नियम तोड़ने वालों से ट्रैफिक पुलिस को रोजाना लाखों रुपये का राजस्व भी मिल रहा है. वायरल वीडियो में दिख रहे युवक को भी पुलिस ने ट्रैफिक नियम तोड़ने के आरोप में पकड़ा था और उसकी गाड़ी का ढाई हजार रुपये का चालान किया गया था. चूंकि वह चालान की राशि जमा नहीं कर पाया तो उसकी ड्यूटी चौराहे पर लगा दी गई.