Winter Weather Alert उत्तर और मध्य भारत इस समय भीषण सर्दी और घने कोहरे की जबरदस्त गिरफ्त में है, जिसने आम जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि अगले दो दिनों तक ठंड से किसी भी तरह की राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में शीतलहर का असर साफ दिखाई दे रहा है, वहीं पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मैदानी क्षेत्रों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की है।
राजधानी दिल्ली और उससे सटे नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है, जिससे दृश्यता (Visibility) बेहद कम हो गई है और सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि अधिकतम तापमान 24 डिग्री तक पहुंच सकता है। इसके साथ ही, राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार 200 के पार बना हुआ है, जिससे बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
‘यूपी में ऑरेंज अलर्ट और ताजमहल हुआ ओझल’
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक घने कोहरे को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या और आगरा जैसे शहरों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो सकती है। आलम यह है कि आगरा में ताजमहल भी कोहरे की मोटी चादर के पीछे छिप गया है और साफ नजर नहीं आ रहा है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में भी न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक गिरने की संभावना है।
‘बिहार में बढ़ेगी ठिठुरन और पंजाब में बारिश’
बिहार में 18 दिसंबर से शीतलहर और तेज होने की आशंका है, जिससे पटना, गया और पूर्णिया जैसे जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वहीं, पंजाब और हरियाणा के अमृतसर और पठानकोट में हल्की बारिश या बूंदा-बांदी की संभावना जताई गई है, जो ठंड को और बढ़ा सकती है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को पाले (Frost) की मार से बचाने के लिए उचित उपाय करें।
‘पहाड़ों पर हिमपात और दक्षिण में बारिश’
कश्मीर घाटी में ठंड के कारण श्रीनगर का तापमान शून्य से नीचे चला गया है। हिमाचल के कुल्लू और उत्तराखंड के चमोली व रुद्रप्रयाग जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 18 और 19 दिसंबर को ताजा हिमपात होने के संकेत हैं। दूसरी ओर, देश के दक्षिणी हिस्से का मिजाज बिल्कुल अलग है; तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, जिससे वहां के तापमान में हल्की गिरावट देखी जा सकती है।
‘वरिष्ठ संपादक का विश्लेषण’
दिसंबर के इस महीने में मौसम का यह मिजाज असामान्य नहीं है, लेकिन ‘प्रदूषण’ और ‘शीतलहर’ का यह खतरनाक मेल चिंताजनक है। पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाली बर्फबारी सीधे तौर पर मैदानी इलाकों के जनजीवन को प्रभावित कर रही है। शासन-प्रशासन को न केवल सड़कों पर सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करना होगा, बल्कि रैनबसेरों और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था भी युद्धस्तर पर करनी होगी ताकि गरीबों को इस कड़ाके की ठंड से बचाया जा सके।
‘जानें पूरा मामला’
उत्तर भारत में शीतलहर का यह प्रकोप पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का परिणाम है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि ठंडी हवाओं के कारण रात और सुबह के समय ठिठुरन ज्यादा महसूस की जाएगी। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ कोहरे का असर लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जिसके लिए विशेष सावधानी की आवश्यकता है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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उत्तर भारत में अगले 48 घंटों तक ठंड और कोहरे से राहत की कोई उम्मीद नहीं है।
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यूपी के कई बड़े शहरों में दृश्यता 50 मीटर से कम रहने का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी।
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कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात की संभावना।
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दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश के कारण मौसम बदलेगा।






