Tech Giant’s AI Investment in India – साल का अंत भारत के लिए शानदार साबित हो रहा है, जहां दुनिया की तीन सबसे बड़ी टेक कंपनियों—Microsoft, Google और Amazon—ने देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अरबों डॉलर के निवेश का ऐलान किया है। यह निवेश भारत को वैश्विक एआई मानचित्र पर एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Tech Giant’s AI Investment in India की यह लहर 9 दिसंबर 2025 को उस वक्त तेज हो गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के बीच एक अहम बैठक हुई। इस मुलाकात के बाद नडेला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घोषणा की कि माइक्रोसॉफ्ट भारत की एआई महत्वाकांक्षाओं को समर्थन देने के लिए 17.5 बिलियन डॉलर (करीब 1.57 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगा। यह एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताई खुशी
प्रधानमंत्री मोदी ने नडेला की पोस्ट को शेयर करते हुए इस निवेश का स्वागत किया और कहा कि दुनिया एआई को लेकर भारत से उम्मीदें लगाए बैठी है। उन्होंने विश्वास जताया कि देश का युवा इस मौके का फायदा उठाकर नए इनोवेशन करेगा और एआई की ताकत से दुनिया को बेहतर बनाएगा। यह निवेश 2030 तक किया जाएगा।
Google और Amazon भी रेस में
इससे पहले अक्टूबर में, Google की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने ‘भारत एआई शक्ति’ इवेंट में 15 बिलियन डॉलर (करीब 1.34 लाख करोड़ रुपये) के निवेश का ऐलान किया था। लेकिन सबसे बड़ा धमाका Amazon ने किया है। 10 दिसंबर को हुए ‘अमेज़न संभव समिट’ में कंपनी ने घोषणा की कि वह 2030 तक भारत में 35 बिलियन डॉलर (करीब 3.15 लाख करोड़ रुपये) का अतिरिक्त निवेश करेगी, जो माइक्रोसॉफ्ट और गूगल दोनों से ज्यादा है। अमेज़न पहले ही 2010 से भारत में 40 बिलियन डॉलर का निवेश कर चुका है।
क्यों हो रही है पैसों की बारिश?
इन भारी-भरकम निवेशों का मुख्य उद्देश्य भारत में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और स्किलिंग को बढ़ावा देना है। तीनों कंपनियां भारत में अपने एआई डेटा हब बनाना चाहती हैं। माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य अगले 5 साल में करीब 1 करोड़ लोगों को एआई की ट्रेनिंग देकर रोजगार के अवसर पैदा करना है। कंपनी नए हाइपर-स्केल डेटा सेंटर बनाएगी और सरकारी व प्राइवेट प्लेटफॉर्म्स को एआई से जोड़ेगी। इसकी शुरुआत ई-श्रम पोर्टल को एआई चैटबॉट से जोड़ने के साथ हो चुकी है।
आम आदमी को क्या फायदा?
इन निवेशों से भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अमेज़न का प्लान 2030 तक 38 लाख नई नौकरियां पैदा करने का है, जिसमें डायरेक्ट, इनडायरेक्ट और सीजनल सभी तरह की नौकरियां शामिल होंगी। इसका फायदा सिर्फ टेक सेक्टर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट जैसे अन्य उद्योगों में भी नौकरियां बढ़ेंगी। इससे छोटे व्यापारियों को भी लाभ होगा और देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
भारत का अपना ‘सर्वम’ एआई मॉडल
एक तरफ जहां वैश्विक कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं, वहीं भारत अपने खुद के सॉवरेन एआई मॉडल ‘सर्वम’ पर भी काम कर रहा है। खबरों के मुताबिक, इसे फरवरी 2026 में लॉन्च किया जा सकता है। भारत की विशाल जनसंख्या और डिजिटलाइजेशन का बढ़ता दायरा इसे वैश्विक टेक कंपनियों के लिए एक आकर्षक निवेश गंतव्य बनाता है।
अन्य महत्वपूर्ण खबरें
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महंगाई भत्ता: जनवरी 2026 में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई भत्ते (DA) में सिर्फ 2% की बढ़ोतरी मिल सकती है, जो पिछले सात सालों में सबसे कम होगी।
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इंडिगो एयरलाइंस संकट: दिल्ली हाई कोर्ट ने इंडिगो एयरलाइंस संकट पर केंद्र सरकार को फटकार लगाई है और पूछा है कि जब एयरलाइन फेल हो रही थी, तब सरकार क्या कर रही थी। सरकार ने इंडिगो की 10% उड़ानें कम करने का आदेश दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Microsoft, Google और Amazon ने भारत में एआई पर अरबों डॉलर के निवेश की घोषणा की है।
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अमेज़न सबसे ज्यादा 35 बिलियन डॉलर, माइक्रोसॉफ्ट 17.5 बिलियन डॉलर और गूगल 15 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।
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इन निवेशों का उद्देश्य एआई इंफ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है।
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इससे भारत में लाखों नई नौकरियों के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
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भारत अपने खुद के एआई मॉडल ‘सर्वम’ पर भी काम कर रहा है।






