GLP-1 Weight Loss Drugs ओजेमपिक और बिगोवी जैसी वजन घटाने वाली दवाओं का नशा हॉलीवुड से लेकर आम लोगों तक सिर चढ़कर बोल रहा है। लेकिन अब इस अंधाधुंध इस्तेमाल पर लगाम लगाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहली बार दखल दिया है और दुनिया को आगाह करते हुए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सेलेब्स का ‘सीक्रेट’ अब आम आदमी की पहुंच में
पिछले कुछ समय में वजन घटाने के लिए ओजेमपिक (Ozempic), बिगोवी (Wegovy) और मुन्जारो जैसी दवाओं का चलन तेजी से बढ़ा है। टेस्ला के मालिक एलन मस्क से लेकर ओपरा विनफ्रे, टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स और एक्ट्रेस एमी शमर जैसी हस्तियों ने माना है कि उन्होंने वजन कम करने के लिए इन दवाओं का सहारा लिया है। यह दवाएं इंजेक्शन के जरिए दी जाती हैं और रातों-रात वजन कम करने के जादू की तरह देखी जा रही हैं।
भूख मारने वाला ‘जादुई’ फॉर्मूला
इन दवाओं के पीछे का विज्ञान भी काफी दिलचस्प है। इनमें सेमाग्लूटाइड (Semaglutide) या टेरिसेप्टाइड जैसे सॉल्ट होते हैं, जिन्हें मेडिकल भाषा में ‘GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट’ कहा जाता है। आसान भाषा में कहें तो यह हमारे शरीर में बनने वाले एक हार्मोन की नकल करते हैं जो खाना खाने के बाद रिलीज होता है। यह दवाएं दिमाग को सिग्नल देती हैं कि पेट भरा हुआ है, जिससे भूख कम लगती है और इंसान कम खाता है। नतीजा—तेजी से वजन घटना।
100 करोड़ लोग मोटापे की गिरफ्त में
WHO ने 1 दिसंबर 2025 को जारी अपनी गाइडलाइंस में डराने वाले आंकड़े पेश किए हैं। दुनिया भर में इस वक्त 100 करोड़ से ज्यादा लोग मोटापे (Obesity) से जूझ रहे हैं। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर अभी ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो अगले 5 सालों में यह संख्या दोगुनी हो जाएगी। साल 2024 में ही करीब 37 लाख लोगों की मौत के पीछे मोटापे का बड़ा हाथ था। 30 या उससे ज्यादा बीएमआई (BMI) वाले व्यक्ति को ओबीस माना जाता है, जिससे दिल की बीमारियों और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए ‘रेड अलर्ट’
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी नई गाइडलाइंस में सबसे बड़ी चेतावनी महिलाओं के लिए दी है। वयस्कों में मोटापे के इलाज के लिए GLP-1 थैरेपी का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) को यह दवाएं बिल्कुल नहीं दी जानी चाहिए। WHO का कहना है कि आने वाले बच्चे पर इन दवाओं का क्या असर होगा और यह कितनी सुरक्षित हैं, इस पर अभी पर्याप्त डेटा मौजूद नहीं है। इसलिए रिस्क लेना खतरनाक हो सकता है।
सिर्फ दवा से नहीं बनेगी बात
WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने स्पष्ट किया है कि मोटापा एक ग्लोबल हेल्थ चैलेंज है और सिर्फ दवाइयां इसका हल नहीं हैं। गाइडलाइंस में कहा गया है कि जो लोग ये दवाएं ले रहे हैं, उन्हें अपनी जीवनशैली भी बदलनी होगी। हेल्दी डाइट और रोजाना एक्सरसाइज के बिना ये दवाएं जादू नहीं कर सकतीं। साथ ही, इन दवाओं की कीमत अभी बहुत ज्यादा है, जिसके लिए हमारा हेल्थ सिस्टम पूरी तरह तैयार नहीं है।
मुख्य बातें (Key Points)
-
WHO ने वजन घटाने वाली GLP-1 दवाओं के लिए पहली बार गाइडलाइंस जारी की हैं।
-
गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का इस्तेमाल न करने की सख्त सलाह दी गई है।
-
दुनिया में 100 करोड़ से ज्यादा लोग मोटापे का शिकार हैं, जिससे हर साल लाखों मौतें हो रही हैं।
-
दवाओं के साथ-साथ हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को भी जरूरी बताया गया है।






