मुंबई, 12 जून (The News Air) : लोकसभा चुनावों में बारामती सीट पर पत्नी सुनेत्रा पवार की हार के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख अजित पवार की मुश्किलें बढ़ गई है। यही वजह है कि राज्यसभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन का समय बचा है पार्टी ने अभी तक तय नहीं किया है कि एनसीपी से राज्यसभा कौन जाएगा? राज्यसभा की खाली सीट के लिए अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के साथ उनके बेटे पार्थ पवार का नाम चर्चा में है। सुनेत्रा हाल में संपन्न हुए चुनावों में हारी हैं तो वहीं दूसरी ओर 2019 के चुनावों में पार्थ पवार मावल सीट से चुनाव हारे थे। राज्यसभा की इस सीट का कार्यकाल 4 जुलाई 2028 तक रहेगा।
प्रफुल्ल पटेल ने दिया था इस्तीफा
महाराष्ट्र में राज्यसभा की दो सीटें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे से खाली हुई हैं। प्रफुल्ल पटेल ने राज्यसभा की एक सीट से इस्तीफा दिया था। पटेल ने राज्यसभा की जिस सीट से इस्तीफा दिया था। उस सीट के कार्यकाल में चार साल बाकी थे। चुनाव आयोग (ईसीआई) ने फरवरी में पटेल द्वारा खाली की गई राज्यसभा सीट के लिए चुनाव की घोषणा की। नए राज्यसभा सांसद का चुनाव राज्य के विधायकों द्वारा किया जाएगा और एनसीपी के पास दो सत्तारूढ़ सहयोगियों भाजपा और शिवसेना की मदद से सीट जीतने की पूरी ताकत है। राज्यसभा सीट के लिए 25 जून को मतदान होना है। पवार परिवार के अलावा तीसरा नाम छगन भुजबल का है। सूत्रों की मानें तो सुनेत्रा पवार को अजित पवार दिल्ली भेज सकते हैं।
क्या है एनसीपी की ताकत?
अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के पास लोकसभा में अभी सिर्फ एक सांसद है। पार्टी के महाराष्ट्र ईकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे इस बार जीते हैं। प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा में इकलौते सांसद हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में पार्टी के पास 40 विधायक है। इसके अलावा 6 विधान परिषद् सदस्य महाराष्ट्र में हैं। 3 विधायक हाल ही में संपन्न हुए अरुणाचल प्रदेश के चुनाव में जीते हैं। लोकसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग अजित पवार के अगुवाई वाली एनसीपी के गुट को असली एनसीपी माना था। इसके बाद उन्हें पार्टी के सिंबल घड़ी का भी इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी।