वॉशिंगटन, 19 मई 2025 — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर (Aggressive Prostate Cancer) होने की खबर ने अमेरिकी राजनीति और वैश्विक समुदाय में गहरी चिंता उत्पन्न कर दी है। बाइडेन की टीम ने पुष्टि की है कि उनका कैंसर अब हड्डियों तक फैल चुका है, हालांकि यह अभी भी हार्मोन-संवेदनशील है, जिसका मतलब है कि यह शुरुआती स्तर पर इलाज के लिए प्रतिक्रिया दे सकता है।
कैंसर का निदान और उपचार की शुरुआत
डॉक्टरों के अनुसार, बाइडेन को ग्लीसन स्कोर 9 (ग्रेड ग्रुप 5) के साथ प्रोस्टेट कैंसर का निदान हुआ है, जो कि इस बीमारी का सबसे आक्रामक रूप है। उनके इलाज में हार्मोन थेरेपी, संभावित कीमोथेरेपी और रेडिएशन जैसे विकल्प शामिल हैं। उनके चिकित्सकों का मानना है कि बाइडेन की मानसिक और शारीरिक स्थिति फिलहाल स्थिर है और वह उपचार को अच्छे से सहन कर रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: द्विदलीय समर्थन में एकता
जो बाइडेन की बीमारी की खबर सामने आने के बाद, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों दलों के नेताओं ने उनके प्रति सहानुभूति और समर्थन व्यक्त किया है।
कमला हैरिस ने कहा, “वो एक फाइटर हैं। उन्होंने हमेशा अमेरिका के लिए लड़ा है और अब अपने जीवन की इस लड़ाई में भी वे विजयी होंगे।”
वहीं डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने 2024 में बाइडेन की जगह राष्ट्रपति पद हासिल किया, ने भी बाइडेन और उनके परिवार के लिए प्रार्थनाएं भेजी हैं। यह एक दुर्लभ मौका है जब अमेरिका की राजनीति ने एकजुट होकर मानवीयता को प्राथमिकता दी है।
बाइडेन की उम्र और स्वास्थ्य पहले से थे चर्चा में
बाइडेन ने 2024 में दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ से खुद को अलग कर लिया था, यह कहकर कि “यह अगली पीढ़ी के लिए समय है।” उनकी उम्र — 82 वर्ष — चुनाव के दौरान एक बड़ा मुद्दा रही, और अब इस बीमारी ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चर्चाओं को और तेज कर दिया है।
ब्यू बाइडेन की यादें और ‘कैंसर मूनशॉट’
2015 में जो बाइडेन ने अपने बेटे ब्यू बाइडेन को ब्रेन कैंसर के कारण खो दिया था। उसी साल उन्होंने अमेरिका में कैंसर से लड़ने के लिए “कैंसर मूनशॉट” पहल की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य था कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना और अनुसंधान को तेज़ करना। अब, जब खुद बाइडेन इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो यह पहल पहले से कहीं अधिक व्यक्तिगत और प्रासंगिक हो गई है।
जनता की प्रतिक्रिया और सामाजिक मीडिया की भूमिका
सोशल मीडिया पर #PrayForBiden ट्रेंड कर रहा है, जहाँ दुनियाभर के लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। मशहूर हस्तियों, नेताओं और आम नागरिकों ने उनके लिए शुभकामनाएं साझा की हैं।
क्या यह कैंसर बाइडेन की सार्वजनिक भूमिका को समाप्त करेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि जो बाइडेन भले ही अब सार्वजनिक जीवन से रिटायर हो चुके हों, लेकिन उनकी उपस्थिति अमेरिकी राजनीति में अभी भी प्रभावशाली है। उनका अनुभव और मानवीय दृष्टिकोण आज की राजनीति में एक मिसाल हैं।
निष्कर्ष: बाइडेन की लड़ाई केवल व्यक्तिगत नहीं है
जो बाइडेन की यह लड़ाई केवल उनके स्वास्थ्य की नहीं है, बल्कि उन लाखों लोगों की भी है जो कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। उनका जीवन संघर्ष अब भी लाखों को प्रेरणा देता है — और शायद यही उनके सार्वजनिक जीवन की सबसे बड़ी विरासत होगी।






