Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) कल 2 अगस्त से बोली के लिए खुलने जा रहा है। आईपीओ के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 6 अगस्त है। कंपनी आईपीओ के जरिए करीब 6,146 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी ने अपने शेयरों का प्राइस बैंड 72 से 76 रुपये प्रति शेयर तय किया है। ओला इलेक्ट्रिक को देश की सबसे प्रमुख इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में देखा जाता है, जिसके पास आधुनिक टेक्नोलॉजी और पर्याप्त मैन्युफैक्चरिंग क्षमताए हैं। कंपनी ने अगस्त 2021 से अबतक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में 7 प्रोडक्ट उतारे हैं और 4 नए प्रोडक्ट का ऐलान किया है।
कंपनी ने दिसंबर 2021 में अपने पहले इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मॉडल, ओला एस1 प्रो (Ola S1 Pro) की डिलीवरी शुरू की थी। इसके बाद सितंबर 2022 में इसने ओला एस1 (Ola S1), अगस्त 2023 में ओला एस1 एयर (Ola S1 Air) और दिसंबर 2023 में ओला एस1 एक्स+ (Ola S1 X+) की डिलीवरी शुरू की। कंपनी ने मई 2024 में ओला S1 X (2 kWh), ओला S1 X (3 kWh) और ओला S1 X (4 kWh) की डिलीवरी शुरू की।
आइए ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ की SWOT एनालिसिस करते हैं। SWOT एनालिसिस एक तकनीक होती है, जिसकी सहायता से किसी कंपनी की खूबियों, कमजोरियों, मौकों और चुनौतियों को पता लगाया जाता है। इसमें S का मतलब स्ट्रेंथ यानी ताकत होता है। इसी तरह W का मतलब वीकनेस यानी कमजोरी, O का मतलब ऑपर्च्यूनिटीज यानी मौके और T का मतलब थ्रेट यानी जोखिम होते हैं।
Ola Electric की स्ट्रेंथ
– देश में इलेक्ट्रिल टू-व्हीलर का बाजार लगातार बढ़ रहा है और यह इस सेगमेंट की सबसे बड़ी कंपनी है। साथ ही यह एक प्योर इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी है।
– कंपनी को अपने फील्ड में अच्छा अनुभव है और इसका प्रोडक्ट भी डायवर्सिफाई है।
– साथ ही कंपनी के पास आधुनिक और बड़े मैन्युफैक्चिंग प्लांट है और इसने रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) पर भी काफी निवेश किया हुआ है।
Ola Electric की कमजोरी
– कंपनी कुछ कच्चे माल के लिए थर्ड पार्टी पर बहुत अधिक निर्भर है।
– वित्तीय आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनी अभी भी घाटे में है और इसका कैपिटल एक्सपेंडिचर भी अभी जारी है।
Ola Electric के पास मौजूद मौके
– कंपनी अपने प्रोडक्ट में निवेश बढ़ा सकती है
– साथ ही यह इनोवेशन के जरिए स्वदेशीकरण को बढ़ावा दे सकती है
– कंपनी ऑफलाइन और ऑफलाइन दोनों मोर्चों पर अपने सभी D2C नेटवर्क को मजबूत कर सकती है। इसमें सेल्स, सर्विस और चार्जिंग आदि शामिल हैं।
– कंपनी नए ज्वाइंट वेंचर और रणनीतिक साझेदारियों के जरिए अपनी बिजनेस ग्रोथ को और तेज कर सकती हैखतरे
Ola Electric से जुड़े जोखिम
– कंपनी को इंडस्ट्री की दूसरी कंपनियों से कॉम्पिटीशन मिल रहा है। हालांकि इसका बिजनेस मॉडल अभी भी सबसे अलग है।
– कच्चे माल की कीमतों में अस्थिरता से इलेक्ट्रिक-व्हीकल की लागत महंगी हो सकती है, जो इसकी बिक्री पर असर डाल सकता है।






