Cryptocurrency Market : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर इन दिनों भारी दबाव बना हुआ है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध, महंगाई में उछाल, एनर्जी की कीमतों में बढ़ोतरी और बॉन्ड यील्ड्स में मजबूती आदि के चलते पिछले एक हफ्ते में क्रिप्टो की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में क्रिप्टो का ग्लोबल मार्केट कैप 5 फीसदी से ज्यादा घटकर 1.85 लाख करोड़ डॉलर रह गया। एक सप्ताह पहले यह 2.05 लाख करोड़ डॉलर के स्तर पर था। वहीं, डिजिटल टोकन मार्केट (digital token market) में वॉल्यूम में मजबूती बनी हुई है।
ओकेएक्स रिसर्च टीम ने कहा, मंगलवार को यूएस कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स की रिपोर्ट आने से पहले क्रिप्टो टोकंस में गिरावट रही।
क्रिप्टोकरेंसीज में एक हफ्ते में 30 फीसदी तक गिरावट
दुनिया के सबसे बड़े टोकन बिटकॉइन (Bitcoin) और इथेरियम (Ethereum) में पिछले 24 घंटे के दौरान 5 फीसदी की गिरावट रही। इस प्रकार दोनों क्रिप्टोकरेंसी में साप्ताहिक गिरावट 15 फीसदी हो गई है।
वहीं सोलाना (Solana), टेर्रा (Terra), अवलांचे (Avalanche), पोल्काडॉट (Polkadot) और एक्सआरपी (XRP) जैसे 15 बड़े क्रिप्टो टोकन में पिछले 24 घंटे के दौरान 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस प्रकार इनमें साप्ताहिक गिरावट बढ़कर 30 फीसदी तक हो गई है।
डोजकॉइन 10 फीसदी और शिबा इनू 16 फीसदी कमजोर
डोजकॉइन (Dogecoin) और शिबा इनू (Shiba Inu) जैसे मीम टोकंस पर भी दबाव बना हुआ है। एलॉन मस्क के प्रोत्साहन के बावजूद डोजकॉइन में पिछले एक हफ्ते में 10 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई, वहीं शिबा इनू में इस दौरान 16 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
5आयर (5ire) के फाउंडर और सीईओ प्रतीक गौरी ने कहा कि हर बार कीमतों में सुधार के बाद क्रिप्टोकरेंसीज में गिरावट आती है। गौरी ने कहा, “रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) और पश्चिम की प्रतिक्रिया इस गिरावट की मुख्य कारण हैं। ये फैक्टर आगे भी क्रिप्टो में निवेश को प्रभावित करते रहेंगे, जो निश्चित रूप से खासी उतार-चढ़ाव भरी एसेट क्लास है।”
बाजार के अन्य जानकारों ने कहा कि बिकवाली खासी तेज है, क्योंकि इनवेस्टर्स को पिछले हफ्तों के दौरान टैक्स चुकाने जैसी वैश्विक जिम्मेदारियां पूरी करनी पड़ी हैं।
लंबी अवधि तक नहीं रहेगी गिरावट
यूनोकॉइन के कोफाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ ने कहा, “यह अभी भी लंबी अवधि का मंदी वाला बाजार नजर नहीं आता है।” इस बार, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूके और यूरोप में लोग 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त वर्ष का टैक्स चुकाने के लिए अपनी होल्डिंग बेच रहे हैं।
गौरी ने कहा, “बाजार में इस समय तमाम अवसर हैं और मुझे भरोसा है कि हम जल्द ही इस मंदी के बाजार से उबर जाएंगे।” उन्होंने कहा कि इनवेस्टर्स को लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए निवेश सीखने की जरूरत है, जिसके लिए अनुशासन की जरूरत होती है।