उत्तर प्रदेश, 04 नवंबर (The News Air): हर 12 साल में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होता है। इस बार ये महाकुंभ साल 2025 में आयोजित होने जा रहा है। लगभग 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में लाखों की संख्या में साधु-संत एकत्रित होंगे। इनके अलावा कईं करोड़ भक्त भी प्रयागराज पहुंचेंगे। प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन क्यों किया जाता है, इस बार ये कब से शुरू होगा और प्रमुख स्नान की डेट्स क्या-क्या हैं? आगे जानिए पूरी डिटेल…
प्रयागराज में क्यों लगता है महाकुंभ? (Prayagraj Mai Kyo lagata hai MahaKumbh)
महाकुंभ की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी हुई है। उसके अनुसार, जब भगवान धन्वंतरि समुद्र से अमृत कलश लेकर निकले तो उसे पाने के लिए असुरों और देवताओं में युद्ध होने लगा। इस दौरान धन्वंतरि अमृत कलश को बचाकर12 साल तक ब्रह्मांड में घूमते रहे। अमृत कलश को बचाते हुए कुछ स्थानों पर अमृत की बूंदें 4 स्थानों पर गिरीं। उन्हीं 4 स्थानों पर महाकुंभ लगता है। ये 4 स्थान हैं- प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन।
कब से शुरू होगा प्रयागराज महाकुंभ 2025? ( Kab Se Shuru Hoga Prayagraj MahaKumbh 2025)
धर्म ग्रंथों के अनुसार, पौष मास की पूर्णिमा तिथि से प्रयागराज में कुंभ मेले की शुरूआत होती है, जो महाशिवरात्रि तक चलता है। इस बार प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरूआत 13 जनवरी से होगी, जो 26 फरवरी तक रहेगा। इस दौरान 6 प्रमुख स्नान होंगे, जिसमें लाखों साधु-संत गंगा के पवित्र जल में डुबकी लगाएंगे। मान्यता है कि कुंभ मेले के दौरान देवता भी रूप बदलकर यहां स्नान करने आते हैं।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 की प्रमुख स्नान की डेट्स (Prayagraj MahaKumbh 2025 Snan Dates)
– प्रयागराज महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी, सोमवार को होगा। इस दिन पौष मास की पूर्णिमा रहेगी।
– दूसरा स्नान 14 जनवरी, मंगलवार को होगा। इस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा।
– प्रयागराज महाकुंभ 2025 का तीसरा स्नान 29 जनवरी, बुधवार को होगा। इस दिन मौनी अमावस्या रहेगी।
– चौथा स्नान 3 फरवरी, सोमवार को होगा। इस दिन वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।
– पांचवां स्नान, 12 फरवरी, बुधवार को होगा। इस दिन माघी पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
– प्रयागराज महाकुंभ 2025 का छठा और अंतिम प्रमुख स्नान 26 फरवरी, बुधवार को होगा। इस दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा।