जब मैं भगवान के सामने बैठ गया था…

0

 नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (The News Air): चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने हाल ही में कहा कि अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद एक ऐसा मामला है, जिस पर निर्णय करना कठिन था। उन्होंने कहा कि इस मामले के हल के लिए उन्होंने भगवान से प्रार्थना की ती। सीजेआई चंद्रचूड़ खेड़ तालुका के कन्हेरसर गांव में एक सभा में बोल रहे थे।

ईश्वर में आस्था तो निकलेगा रास्ता

चीफ जस्टिस ने कहा कि अक्सर हमारे पास मामले होते हैं, लेकिन हम समाधान पर नहीं पहुंचते। अयोध्या (राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद) के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जो तीन महीने तक मेरे सामने था। मैं भगवान के सामने बैठा और उनसे कहा कि उन्हें इसका हल खोजने की जरूरत है। सीजेआई ने कहा कि कहा कि वह नियमित रूप से प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास करें, यदि आपमें आस्था है, तो ईश्वर सदैव कोई रास्ता निकाल लेंगे।

अयोध्या फैसला सुनाने वाले बेंच थे शामिल

9 नवंबर, 2019 को भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने बाबरी मस्जिद विवाद में फैसला सुनाया था। सीजेआई चंद्रचूड़ उस बेंच का हिस्सा थे जिसने ऐतिहासिक फैसला सुनाया। इस फैसले से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। इस तरह से एक सदी से भी अधिक पुराने विवाद को सुलझाया गया। बेंच ने यह भी फैसला सुनाया कि अयोध्या में ही वैकल्पिक पांच एकड़ के भूखंड पर मस्जिद बनाई जाएगी।

राम मंदिर में किया था दर्शन

संयोग से, चंद्रचूड़ ने इस साल जुलाई में अयोध्या में राम मंदिर का दौरा किया था और पूजा-अर्चना की थी। इस साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंदिर की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी।

0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments