क्या है चीन का कम्युनिकेशन सिस्टम जिसका किसी के पास तोड़ नहीं,

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China Made Communication Handset Ultra Set Used By Terrorist Pakistan Army

नई दिल्ली, 22 जुलाई (The News Air): जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी हमले बढ़ गए हैं। सेना ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ों के दौरान ‘अल्ट्रा सेट’ नामक अत्यधिक एन्क्रिप्टेड चीनी टेलीकम्युनिकेशन उपकरण जब्त किए गए हैं। खास बात है कि ये उपकरण कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण है। अब जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी समूह इसका यूज कर रहे हैं। इस उपकरण की खासियत है कि इसे ट्रेस नहीं किया जा सकता है। ऐसे में सेना के पास इसका कोई तोड़ नहीं है।

सैन्य अधिकारियों का कहना है कि चीनी कंपनियों द्वारा पाकिस्तानी सेना के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए इन विशेष हैंडसेट को पिछले साल 17-18 जुलाई की रात जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले के सिंधारा में हुई मुठभेड़ के बाद और इस साल 26 अप्रैल को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में हुई मुठभेड़ के बाद जब्त किया गया था। जानते हैं कि आखिर ये अल्ट्रा सेट क्या है?

अल्ट्रासेट आखिर है क्या?

अल्ट्रा-सेट का मतलब है अत्यधिक एन्क्रिप्टेड चीनी टेलीकम्युनिकेशन इक्यूपमेंट जो जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी समूहों द्वारा इसके उपयोग के कारण चर्चा में आया है। कहा जाता है कि ये विशेष हैंडसेट चीनी कंपनियों द्वारा पाकिस्तानी सेना के लिए विशेष रूप से बनाए गए हैं। ‘अल्ट्रा-सेट’ हैंडसेट सेल-फोन क्षमताओं को विशेष रेडियो उपकरणों के साथ जोड़ते हैं, जो संदेश प्रसारण और प्राप्ति के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करते हैं। पारंपरिक मोबाइल तकनीकों (जीएसएम या सीडीएमए) के विपरीत, वे एक यूनिक टेलीकम्युनिकेशन मेकेनिज्म पर निर्भर करते हैं। ऐसे एडवांस कम्युनिकेशन टूल की मदद से आतंकवाद के लिए स्टेट स्पॉन्सर समर्थन की आशंकाएं बढ़ गई हैं।

कैसे करता है काम?

अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक ‘अल्ट्रा सेट’ सीमा पार स्थित एक नियंत्रण स्टेशन से जुड़ा हुआ है। हर सेट का एक अलग कोड होता है। बिना सेट कोड के कोई एक सेट से दूसरे सेट से संपर्क नहीं कर सकता है। यह एक क्लोज्ड ग्रुप की तरह काम करता है। उदाहरण उन्होंने कहा कि इन संदेशों को हैंडसेट से पाकिस्तान में मास्टर सर्वर तक भेजने के लिए चीनी उपग्रहों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें बाइट्स में कंप्रेस किया जाता है।

सिक्योरिटी एजेंसी ट्रेसिंग में जुटीं

कम्युनिकेशन सिस्टम ऑन होने पर कुछ न कुछ सिगनल ट्रांसमिट होते हैं, सिक्योरिटी एजेंसियां इसी ट्रांसमिशन के जरिए आतंकियों की लोकेशन का पता कर रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, चीन पिछले कुछ समय से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की रक्षा क्षमताओं को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है। इस सहायता में स्टीलहेड बंकरों का निर्माण, मानव रहित हवाई और लड़ाकू हवाई वाहनों की व्यवस्था, एन्क्रिप्टेड संचार टावरों की स्थापना और भूमिगत फाइबर केबल बिछाना शामिल है।

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