एमसीसी ने फील्डिंग टीम की ओर से बेवजह मूवमेंट करने के 27.4 और 28.6 के नियम में सुधार किया है और बेवजह मूवमेंट के चलते गेंद को डेड बॉल देने के बजाय फील्डिंग टीम पर 5 रन का जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
एमसीसी ने रिप्लेसमेंट नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए एक नया क्लॉज जारी किया है जिसके अनुसार रिप्लेस किये गये खिलाड़ियों को पुराने खिलाड़ियों की तरह ट्रीट किया जायेगा।
नये नियम के तहत अगर बैटर ओवर की आखिरी गेंद पर कैच नहीं हुआ है तो नया बल्लेबाज अगली गेंद का सामना करने के लिये स्ट्राइकर एंड पर ही आयेगा। फिलहाल हाफ क्रीज पार कर लेने पर नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकर एंड पर आता है।
एमसीसी ने डेड बॉल के नियमों में भी बदलाव किया है और आर्टिकल 20.4.2.12 में एक नया क्लॉज जोड़ा है, इसके तहत अगर मैच के दौरान दोनों टीमों में से किसी भी पक्ष को किसी आदमी, पशु या चीज के दखल के चलते खेल में परेशानी का सामना करना पड़ता है तो उसे अंपायर डेड बॉल दे सकते हैं।
आर्टिकल 21.4 के तहत अगर कोई गेंदबाज अपनी गेंद फेंकने से पहले स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज को रन आउट करने के लिये थ्रो करता था तो उसे नो बॉल करार दिया जाता था, हालांकि अब इसे डेड बॉल करार दिया जायेगा।
नये नियम के तहत गेंद फेंकने के बजाय गेंदबाज के रन अप शुरू करने के दौरान बल्लेबाज कहां खड़ा था उसे वाइड मापने का पहला प्वाइंट माना जायेगा।