Weather Update India: उत्तर भारत में मौसम ने करवट ले ली है और अब कड़ाके की ठंड के लिए आपको तैयार हो जाना चाहिए। पहाड़ी इलाकों में सक्रिय हुई मौसमी प्रणालियों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, जिससे आने वाले दिनों में ठंड, कोहरा, बारिश और बर्फबारी का एक साथ अटैक देखने को मिलेगा।
पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, 15 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के साथ-साथ बर्फ गिरने की पूरी संभावना है। इन क्षेत्रों में बर्फीली हवाएं चलेंगी और सुबह-शाम कोहरे की घनी चादर छाई रहेगी। पहाड़ों पर हो रही इस हलचल का सीधा असर मैदानी राज्यों पर भी पड़ने वाला है।
मैदानी इलाकों में शीतलहर का अलर्ट
पहाड़ों की ठंडक अब मैदानों की ओर रुख कर रही है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले सप्ताह तक बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है। वहीं, दिल्ली, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ठंड के तेवर और ज्यादा सख्त होने वाले हैं। इन राज्यों में शीतलहर (Cold Wave) के साथ-साथ घने कोहरे की स्थिति बनती नजर आ रही है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
कोहरे का ‘ऑरेंज अलर्ट’ और प्रदूषण की मार
उत्तर प्रदेश में घने कोहरे को देखते हुए मौसम विभाग ने Orange Alert जारी कर दिया है। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में ठंड के साथ-साथ प्रदूषण भी बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। घने कोहरे और हवा की धीमी रफ्तार के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (AQI) बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है और इसमें अभी सुधार की उम्मीद कम है। दिल्ली में क्रिसमस तक सूखी ठंड पड़ने के आसार हैं।
दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत का हाल
एक तरफ उत्तर भारत ठिठुर रहा है, तो दूसरी तरफ दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी है। स्काइमेट के अनुसार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, पूर्वोत्तर भारत के नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और असम में तापमान तेजी से गिर रहा है और घने कोहरे की चेतावनी दी गई है।
कब से बढ़ेगी कड़ाके की सर्दी?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमालय क्षेत्र में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे मैदानी इलाकों में तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। 17 से 20 दिसंबर के बीच तापमान थोड़ा बढ़ सकता है। लेकिन 21 दिसंबर के बाद, जब यह सिस्टम गुजर जाएगा, तब उत्तर-पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों को अपनी चपेट में लेंगी। इसके बाद सर्दी का असली सितम शुरू होगा और तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी।
जानें पूरा मामला
दिसंबर का आधा महीना बीत चुका है, लेकिन अभी तक वैसी ठंड नहीं पड़ी है जैसी आमतौर पर होती है। हालांकि, मध्य भारत के कई हिस्सों में रातें बेहद सर्द हो चुकी हैं। हाल ही में इंदौर में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मैदानी इलाकों में सबसे कम रहा। कश्मीर घाटी में तो तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। मौसम विभाग का मानना है कि इस बार ठंड चरणबद्ध तरीके से बढ़ेगी और बीच-बीच में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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15 दिसंबर तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बारिश और बर्फबारी की संभावना।
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यूपी में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट, दिल्ली में प्रदूषण और ठंड की दोहरी मार।
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21 दिसंबर के बाद उत्तर और मध्य भारत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर बढ़ेगी।
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अंडमान और तमिलनाडु में बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी।






